सरस्वती शिशु मंदिर ग्वालदम के कार्यक्रम में विधायक टम्टा बोले शिक्षा के साथ चरित्र भी जरूरी
—थराली से हरेंद्र बिष्ट ––
थराली के विधायक भूपाल राम टम्टा ने कहा कि बिना चरित्र निर्माण के शिक्षित होना शिक्षा के प्रति बेइमानी हैं। बच्चों में शिक्षा के साथ ही चरित्र निर्माण करना भी बेहद जरूरी हैं।
सरस्वती शिशु विद्या मंदिर ग्वालदम के वार्षिकोत्सव का बतौर मुख्य अतिथि रिबन काट कर दीप प्रज्वलित करते हुए थराली के विधायक भूपाल राम टम्टा ने कहा कि जिस तरह से चरित्र निर्माण के साथ शिशु मंदिर एवं विद्या मंदिर बच्चों को शिक्षा दी जाती हैं,वह अपने आप में एक मिशाल हैं।
उन्होंने लोक संस्कृति को बचाने के लिए बच्चों को आगे लाने की अभिभावकों एवं शिक्षकों से अपील की।इस अवसर पर बतौर अतिविशिष्ट अतिथि एसएसबी ग्वालदम के डीआईजी अनिल कुमार ने शिशु मंदिर के द्वारा समय-समय पर सामाजिक जागरूकता के लिए किए जाने वाले कार्यों की सराहना की।
कार्यक्रम में थराली की क्षेत्र प्रमुख कविता नेगी, भाजपा मंडल अध्यक्ष रणजीत सिंह राणा ने शिशु मंदिर के छात्र,छात्राओं के द्वारा प्रस्तुत रंगारंग कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह से ही लोक संस्कृति का प्रसार हों सकता हैं।
इस अवसर पर मोहन सिंह सोलवासी, भाजपा मंडल महामंत्री गिरीश चमोला, ग्वालदम की पूर्व प्रधान मीनू टम्टा ,ग्वालदम के व्यापार संघ अध्यक्ष हरीश जोशी , कुंदन परिहार ,अनिल देवराड़ी,शिशु मंदिर के अभिभावक संघ के अध्यक्ष इंद्र सिंह बड़ियारी,प्रबन्धक प्रद्युमन सिंह शाह आदि ने विचार व्यक्त किए।इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानचार्य सुरेंद्र सिंह तोपाल ने मुख्य अतिथि सहित अन्य अतिथियों का स्वागत कर विद्यालय की गतिविधियों की जानकारी दी।