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यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर संचालित घोड़े-खच्चरों और डंडी-कंडी का किराया हुआ महंगा

उत्तरकाशी। यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर संचालित घोड़े-खच्चरों और डंडी-कंडी का किराया जिला पंचायत की ओर से तय कर दिया गया है। इस बार तीर्थयात्रियों को घोड़े-खच्चर का किराया 2500 रुपये देना होगा जो पिछले वर्ष की अपेक्षा 1100 रुपये अधिक है। जबकि डंडी-कंडी के लिए 8000 रुपये किराया देना होगा जबकि इसका किराया पहले 6400 था। प्रीपेड काउंटर से ही दोनों की बुकिंग की व्यवस्था होगी।

यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों से जाने के लिए इस बार तीर्थयात्रियों को जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम जाने व वापस आने के लिए 2500 रुपये देने होंगे। पिछले वर्ष यह किराया 1400 रुपये था। इसके साथ ही इस वर्ष तीर्थयात्री घोड़े खच्चरों की बुकिंग प्रीपेड काउंटर व्यवस्था के तहत करेंगे।

जिला पंचायत प्रीपेड काउंटर जानकीचट्टी में बनाएगा।तीर्थयात्री बुकिंग के दौरान ही यहां किराया जमा करेंगे और घोड़े खच्चर संचालक को उसका किराया तीर्थयात्री को वापस जानकी चट्टी लाने के बाद काउंटर से प्राप्त होगा। साथ ही डंडी-कंडी के लिए 8000 रुपये किराया देना होगा।

वहीं घोड़े खच्चरों के लिए गर्म पानी की व्यवस्था भी की गई है। पैदल मार्ग पर गंदगी न हो इसके लिए जिला पंचायत ने रास्ते से घोड़े की लीद उठाने के लिए निविदा भी जारी कर दी है। घोड़ा पड़ाव इस बार फूलचट्टी में बनाया गया है।
घोड़े खच्चर संचालकों के हितों को देखते हुए किराए में बढ़ोतरी की गई है। घोड़ा खच्चरों का किराया 2500 निर्धारित किया गया है। बिना बीमा वाले घोड़े खच्चरों के संचालन की अनुमति नहीं होगी।

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