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‘द रूस्टर’: 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में प्रदर्शित एक अनूठे अनुभव से जुड़ी फिल्म

The 55th International Film Festival of India (IFFI) continues to celebrate global cinema with the screening of the Australian film The Rooster. The Rooster was showcased as part of the special focus on Australian cinema at this year’s festival. The film’s creative team, including Director and Writer Mark Leonard Winter, Lead Actor Hugo Weaving, and Producers Geraldine Hakewil and MahVeen Shahraki, shared their experiences in creating the film and their insights into its storytelling.

 

 

 

55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में ऑस्ट्रेलियाई फिल्म द रूस्टर  की स्क्रीनिंग के साथ सिनेमा का महोत्सव मनाया जा रहा है। इस वर्ष के महोत्सव में ऑस्ट्रेलिया के सिनेमा पर विशेष ध्यान देते हुए द रूस्टर का प्रदर्शन किया गया है। निर्देशक और लेखक मार्क लियोनार्ड विंटर, मुख्य अभिनेता ह्यूगो वीविंग और निर्माता गेराल्डिन हेकेविल और महवीन शाहराकी सहित फिल्म की रचनात्मक टीम ने फिल्म निर्माण के अपने शानदार अनुभव और इसकी कहानी के बारे में अपने विचार साझा किए।

अपनी पहली फीचर फिल्म बना रहे निर्देशक मार्क लियोनार्ड विंटर ने भारतीय दर्शकों के सामने फिल्म की प्रस्तुति को लेकर अपनी उत्सुकता जताई। उन्होंने कहा कि यह एक बहुत ही निजी प्रोजेक्ट था, जिसे हमारे गैराज में एक छोटी, संयुक्त टीम के साथ बनाया था। अब भारत के इतने प्रतिष्ठित समारोह में इसकी प्रस्तुति वास्तव में उनके लिए एक सच्चा सम्मान है।

द रूस्टर में एक युवा पुलिस अधिकारी डैन की कहानी है जो अपने सबसे अच्छे दोस्त स्टीव की मौत के बाद जंगल में चला जाता है। जंगल में उसकी भेंट एक एकांतप्रिय साधु से होती है जिनके माध्यम से उसे स्टीव की रहस्यमयी मौत के बारे में जानकारी मिल सकती है। यह फिल्म कष्ट, नुकसान और अर्थ के लिए संघर्ष जैसे विषयों पर गहराई से मंथन करती है और सरल किंतु सशक्त कहानी वर्णन के माध्यम से अपने पात्रों के भावनात्मक भाव को दर्शाने के प्रयास करती है।

फिल्म के मुख्य अभिनेता ह्यूगो वीविंग ने फिल्म निर्माण के दौरान के अपने अनुभव साझा किए। विंटर के साथ पहले भी काम कर चुके वीविंग ने इस अनुभव को शानदार और बेहद सार्थक बताया। उन्होंने कहा कि यह भूमिका निभाना चुनौतीपूर्ण किंतु सम्मान देने योग्य अनुभव था।

निर्माता गेराल्डिन हेकेविल और महवीन शाहराकी ने भी फिल्म निर्माण प्रक्रिया पर अपने विचार साझा किए। हेकेविल ने विंटर के अभिनेता से निर्देशक बनने के सफर पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि मार्क ने स्क्रिप्ट और निर्देशन पर हमारी उम्मीदों से कही अधिक बेहतर काम किया। इस यात्रा का हिस्सा बनना सौभाग्य की बात थी।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में चर्चा का एक और मुख्य आकर्षण फिल्म का साउंड डिज़ाइन भी रहा। निर्देशक विंटर ने फिल्म की लोकप्रियता में एक मुख्य घटक के रूप में साउंड के अभिनव उपयोग के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि फिल्म का संगीत मानवीय अनुभव से गहराई से जुड़ा हो, जिसमें भावनाओं को जगाने के लिए सिर्फ़ आवाज़ का इस्तेमाल किया जाए, चाहे वह व्यक्ति की आवाज़ हो या फिर मनमोहक संगीत की। विंटर ने बताया कि मनुष्य की आवाज़ में एक अनुठी क्षमता होती है और हमारे लिए उस अंदरुनी ऊर्जा को बाहर लाना ज़रूरी था।

प्रेस कॉन्फ्रेंस का समापन ऑस्ट्रेलियाई सिनेमा के भविष्य, स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं के सामने आने वाली चुनौतियों और फिल्म वितरण में डिजिटल प्लेटफॉर्म की बढ़ती भूमिका पर चर्चा के साथ हुआ। क्रिएटिव टीम ने बदलते तकनीकी परिदृश्य के बावजूद कथा प्रस्तुति के सार को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।

55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में विविध सिनेमाई अभिव्यक्तियों का महोत्सव मनाया जा रहा है, वहीं द रूस्टर स्वतंत्र फिल्म निर्माण की क्षमता और विश्व भर के दर्शकों को जोड़ने वाले सार्वभौमिक विषयों का प्रमाण है।

पूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए:

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