टीएमयू ने गोद लिए गांवों में जगाई जागरूकता की अलख
–प्रो. श्याम सुंदर भाटिया
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के अंगीकृत चार गांवों नानकबाड़ी, गिन्नौर, मनोहरपुर और औरंगाबाद में तीर्थंकर महावीर कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेज की ओर से पर्यावरण जागरूकता, वृक्षारोपण, स्वच्छता कैंपेन अभियान चलाया गया। इसके अलावा अवेयरनेस संगोष्ठी भी हुई। बीएससी फर्स्ट ईयर के छात्र-छात्राओं ने इनमें हिस्सा लिया। इन मौकों पर डॉ. बलराज सिंह, डॉ. अरविन्द प्रताप सिंह, डॉ. आकाक्षा सिंह, डॉ. अर्पित हुड़िया, डा. अनिल कुमार चौधरी, डॉ. टेशु कुमार, डॉ. विश्वनाथ आदि की भी गरिमामयी मौजूदगी रही। नानकबाड़ी गांव में छात्रा तूलिका और छात्र शिवांग ने ग्रामीणों को जैविक खाद का प्रयोग करने और अधिक से अधिक पेड़ लगाने के लिए प्रेरित किया। गांव मनोहरपुर में छात्रा आस्था और छात्र आदित्य ने लोगों से वृक्षारोपण, पॉलिथीन के उपयोग न करने और स्वच्छता पर ध्यान देने की अपील की। गांव औरंगाबाद में छात्रा दिशा चक्रवर्ती और छात्र अंश ने वृक्ष लगाने और पर्यावरण प्रदूषण को कम करने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर इन सभी गांवों में स्वच्छता अभियान भी चलाया गया,साथ ही साथ रैली के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के प्रति स्लोगन एक दो… एक दो… पेड़ काटना छोड़ दो…, पन्नी, पाउच, पॉलिथीन…. पर्यावरण के दुश्मन तीन और हम सबने यह ठाना है….. पर्यावरण को बचाना है जैसे स्लोगनों से अंगीकृत गांवों की गलियां गुंजायमान हो उठीं। निदेशक छात्र कल्याण प्रो. एमपी सिंह ने बताया, बीएससी एग्रीकल्चर प्रथम वर्ष में इस वर्ष देश के लगभग दस राज्यों से स्टुडेंट्स ने प्रवेश लिया है, जिनमें से लगभग 50 फीसदी छात्र दक्षिण भारत से हैं। ये छात्र उत्तर भारत की कृषि के तौर-तरीकों, फसलों के चक्र, खान-पान, रहन-सहन और संस्कृति से भी रूबरू हुए।