175 वर्ष बाद जौनसार बावर के 70 स्याणे हुए एकत्र : समय के साथ चलने का संकल्प
-जयसिंह रावत
साहिया 19 अक्टूबर । जौनसार बावर के इतिहास में पहली बार समाल्टा गांव में 175 वर्ष बाद 39 खतों के सदर स्याणा एवं 35 ‘खाग’ उप सदर स्याणाओं के संवाद सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें जौनसार बावर मे सर्वागीण विकास के लिए ध्वनिमत से सात संकल्प पारित किये गये। जिसमें जौनसार बावर प्राचीन परम्पराओं, रीति-रिवाज एवं प्राचीन सुलभ एवं सरल न्याय व्यवस्था को लेकर चर्चा-वार्ता की गई।
इस अवसर पर सदर स्याणा सुनिल जोशी ने कहा है कि लोक पंचायत द्वारा यह सहरानीय पहल है। ऐसे समय में जब राजनीति के कारण गांव विखंडित हो रहे है तब गांवों को सामुहिकता से जोड़ने का कार्य लोक पंचायत द्वारा किया जा रहा है। सदर स्याणा ने कहा है कि जौनसार बावर की रीति-नीति परम्पराओं को जीवित रखने के लिए इस प्रकार के सम्मेलन एक अच्छी पहल है। उन्होंने कहा है कि जौनसार बावर की प्राचीन न्याय व्यवस्था सामुहिक पंचों के निर्णय से संचालित होती थी। जबकि स्याणा एक माध्यम होते थे वह समाज को साथ लेकर कार्य करते थे। अनेक स्याणाओं ने यह भी स्वीकार किया है कि आज आपसी समाजस्य में कमी आई है जिसे बनाये रखने के लिए वह कटिबद्ध है।
सदर स्याणा पशगांव शूरवीर सिंह ने कहा है कि लोक तंत्र में भले ही स्याणा का दायित्व महत्वहिन हो गया हो परन्तु आज भी सदर को एकत्रित करने में स्याणाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है वह समाज को संगठित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। सम्मेलन में पारित प्रस्ताव में महिलाओं एवं जातीय विशेष का भेद न करते हुए सबको सामुहिक निर्णय में सहभागी करनें को लेकर भी प्रस्ताव पारित किया गया।
प्राचीनकाल से जौनसार बावर क्षेत्र में न्याय की सुलभ एवं सुदृढ़ व्यवस्था रही है। सामाजिक मान्यताओं को सफलतापूर्वक संचालित करने में एवं न्याय व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने में स्थानीय स्तर पर गांव, खाग एवं खत स्याणाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। भविष्य का जौनसार बावर विभिन्न क्षेत्रों में उतरोतर वृद्धि करें। इसलिए सामाजिक सरोकारों को समर्पित लोक पंचायत द्वारा आयोजित स्याणा संवाद सम्मेलन आयोजित किया है। खत बावर के स्याणा चमन सिंह ने कहा है कि जौनसार बावर में सुलभ न्यायिक व्यवस्था, अशोक का शिलालेख व चार महासू देवता का अपना एक महत्वपूर्ण स्थान है। हमारी संस्कृति इन तीनों ऐतिहासिक धरोहरों से बची हुई है। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति को अच्छी शिक्षा को देने के साथ-साथ अच्छे संस्कार भी देने होंगे। जिससे हमारा घर-परिवार भी अच्छा बने।
लोक पंचायत के वरिष्ट सदस्य के.एस. चैहान ने कहा है कि जौनसार बावर की न्यायिक प्रणाली त्वरित एवं निष्पक्ष है। इस न्याय प्रणाली में महिलाओं एवं सभी वर्गों का समावेश किया जायेगा। लोक पंचायत के वरिष्ट सदस्य जयपाल सिंह चैहान ने कहा है कि हमें स्थानीय स्तर पर ही अपना स्वरोजगार पैदा करना होगा। जिससे हमारी संस्कृति और पलायन दोनों ही बचेंगा। इसके साथ हमारे क्षेत्र का आर्थिक स्तर भी अच्छा होगा।
लोक पंचायत के सदस्य भारत चैहान ने कहा कि लोक पंचायत विगत पांच वर्षाें से जौनसार बावर में शिक्षा पर्यटन तथा विभिन्न क्षेत्रों में निस्वार्थ कार्य कर रही है।समापन सत्र में लोक पंचायत के सदस्य श्रीचन्द शर्मा ने कहा है कि लोक पंचायत पूरे जौनसार बावर में सामाजिक कार्या को पूरे लगन से करेगी। लोक पंचायत छात्रों, डाक्टरों,, बुद्धिजीवी वर्ग, अधिकारी, कर्मचारियों अर्थात विभिन्न वर्गों के बीच में सामाजिक जागरण करते है। उन्होंने स्याणा संवाद सम्मेलन में आदर्श जौनसार बावर के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला है। आई.टी.वी.पी. में आई.जी. गम्भीर सिंह चैहान, पद्मश्री प्रेमचन्द शर्मा, लोक पंचायत के महावीर सिंह नेगी, फतेह सिंह चैहान आदि लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये।
स्याणा संवाद सम्मेलन में सदर स्याणा शूरवीर सिंह खत पशगांव, सुनिल जोशी स्याणा कोरू, राजेश्वर सिंह तोमर स्याणा फरटाड़, मोहर सिंह स्याणा धोईरा, दिग्विजय सिंह स्याणा लखवाड़, जगत सिंह चैहान स्याणा लेल्टा, अर्जुन सिंह तोमर स्याणा समाल्टा, शमशेर सिंह स्याणा जाड़ी, श्याम सिंह चैहान स्याणा लखौउ, विजयपाल सिंह स्याणा तपलाड़, राजेन्द्र सिंह तोमर स्याणा अठगांव चन्दोउ, रजनीश पंवार स्याणा बौन्दूर, विजयपाल सिंह स्याणा उपरली अठगांव, महेन्द्र सिंह स्याणा शिलगांव बावऱ, दिनेश सिंह तोमर स्याणा उपलगांव, राजेन्द्र सिंह राय स्याणा उद्पाल्टा, पूरण सिंह राणा स्याणा कैलोउ, जगवीर सिंह चैहान स्याणा मोहनखत, दौलत सिंह रावत स्याणा बुरास्वा, सरदार सिंह रावत स्याणा कोथी, अतर सिंह तोमर स्याणा बनगांव, बलदेव सिंह स्याणा पंजगांव, संजय सिंह स्याणा भरम, प्रताप सिंह रावत स्याणा रंगेउ, प्रताप सिंह चैहान स्याणा बमटाड़, मंजीत सिंह स्याणा सिली गोथान, रजनीश सिंह स्याणा द्वार, अतर सिंह स्याणा छुल्टाड़, रनेश सिंह राणा स्याणा फनार, फतेह सिंह स्याणा मशक, सूरत राम जोशी स्याणा देवघार, चमन सिंह स्याणा बावर, हरदेव सिंह स्याणा सैली, महेन्द्र सिंह स्याणा बहलाड़, सुरेन्द्र सिंह राणा स्याणा बाणाधार, दिनेश कुमार अग्रवाल स्याणा व्यास नहरी हरिपुर, शूरवीर सिंह स्याणा विशलाड़, जगत सिंह स्याणा निमगा, महेन्द्र सिंह स्याणा काण्डोई भरम आदि सदर स्याणा उपस्थित रहे।
इस श्रखला में खाग स्याणा सूरत सिंह चैहान कोरू, बैजराम सिंह चैहान बाढ़ौ, बचन सिंह राठौर कोरू, अमर सिंह चैहान कोरू, टीकम सिंह बाना, गुलाब सिंह नेगी बाना, परम सिंह बनगांव, मिल्कीराम जोशी बणगांव, बुद्ध सिंह तोमर बमटाड़, महेन्द्र सिंह तोमर पंजगांव, रघुवीर नौटियाल पशगांव, केशर सिंह शर्मा पशगांव, पिताम्बर सिंह पशगांव, प्रीतम सिंह तपलाड़, कृपाल सिंह राणा देवघार, जगत सिंह मशक, अतर सिंह सैली, महावीर सिंह सैली, खजान सिंह चैहान सैली, सरब सिंह सैली, बलवीर सिंह अठगांव चन्दोउ, सुरेन्द्र सिंह तोमर फरटाड़, विरेन्द्र सिंह पंवार शिलगांव, सन्दीप सिंह विशलाड़, प्रताप सिंह चैहान विशायल, सरदार सिंह चैहान विशायल, सुनील राणा बावर, किशन सिंह राणा बावर, पूरण सिंह सिली गोथान, श्याम सिंह सिली गोथान, टीकम सिंह सिली गोथान, विजय सिंह द्वार आदि लोग उपस्थित रहे।
अतिथियों में हनोल मन्दिर समिति के सचिव एवं बजीर मोहनलाल सेमवाल, अर्जुन सिंह भण्डारी, जौनसार बावर कर्मचारी मण्डल के अध्यक्ष तुलसी तोमर, इन्द्र सिंह नेगी, नत्थी सिंह तोमर पूर्व प्रधान रणवीर सिंह चैहान, सरदार सिंह तोमर, वरिष्ट पत्रकार विजेन्द्र रावत आदि लोग उपस्थित रहे।
इस अवसर पर लोक पंचायत के वरिष्ट सदस्य रणवीर सिंह तोमर, महावीर सिंह नेगी, शूरवीर सिंह तोमर, सतपाल चैहान, अनिल सिंह तोमर, प्रीतम सिंह, गम्भीर सिंह चैहान, फतेह सिंह चैहान, धर्मेन्द्र चैहान, प्रदीप वर्मा, आदि सदस्य उपस्थित थे। आकर्षक का केन्द्र रहा पगड़ी सम्मानसदर एवं उप सदर स्याणा संवाद सम्मेलन में उपस्थित सभी सदर एवं खाग स्याणाओं को लोक पंचायत सामाजिक संगठन द्वारा पगड़ी पहनाई गई। सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश एवं बिन्हार के स्याणा भी रहे उपस्थित लोक पंचायत संवाद सम्मेलन में थ्रोच के स्याणा मायाराम चैहान नम्बरदार, ओम प्रकाश शर्मा स्याणा चैंतरू टिटियाणा, ओमप्रकाश ठाकुर स्याणा शरली, बिन्हार के स्याणा दीपक तोमर आदि स्याणा उपस्थित रहे।
पास किये गये सात प्रस्ताव
1- हम जौनसार बावर की प्राचीन परम्पराओं का सम्मान करते हैं तथा इस पर गर्व भी करते हैं, जीवन के प्रत्येक पायदान पर हमारे समाज के प्रत्येक संस्कार और व्यवहार के विधान निर्मित है। जिसमें हमारी न्यायिक व्यवस्था भी निहित है, हम इसमें कुछ संशोधन के साथ इसे संरक्षित करने का प्रयास करेंगे।
2- सम्पूर्ण जौनसार बावर हमारी एक पारिवारिक इकाई है इसमें हम किसी भी प्रकार का वैमनस्य नहीं आने देंगे। जाति भेद-वर्ग भेद राजनीति के कारण गांव के आंगन के बंटवारे को भी स्वीकार नहीं करेंगे।
3- हम संविधान के अनुकूल लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान करते हैं उसके सहभागी भी है, छोटे-छोटे विवादों के कारण कोर्ट कचहरी के चक्कर में हमारा समय व धन का अपव्यय न हों इसलिए जौनसार बावर में आपसी सौहार्द त्वरित और निष्पक्ष न्याय के लिए स्थानीय परम्परागत न्याय व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास करेंगे।
4- देश और दुनियां के साथ जौनसार बावर भी आगे बढ़ रहा है, सभी जाति वर्ग शिक्षा के नए कीर्तिमान स्थापित करें। हम भी अपेक्षा करते हैं कि हमारी मातृशक्ति व कोई भी वर्ग शिक्षा से वंचित न रहे अच्छी शिक्षा ग्रहण कर जौनसार बावर की रीति-नीति में सहयोगी बने हम इसके लिए प्रयास करेंगे। जौनसार बावर की मातृशक्ति भी न्यायायिक प्रक्रिया का हिस्सा बने यह सभी इसके लिए प्रतिबद्ध है।
5- जौनसार बावर के हमारे आस-पास के क्षेत्र में अनेक असामाजिक गतिविधियों का चलन बढ़ रहा है, हमारी अस्मिता पर चोट पहुंच रही है नशावृति नौजवानों को जीवन छीन रहा है, गांव स्तर पर ही इसको रोकने का प्रयास किया जायेगा।
6- जौनसार बावर अतिथि देवो भवः की परम्परा पर आज भी पर्णतः विश्वास करता है लेकिन अपनी मातृशक्ति और मातृभूमि के सम्मान की रक्षा के लिए जौनसार बावर का जनमानस असमाजिक तत्वों को प्रवेश नहीं करने देगा।
7- आधुनिक भारत में जौनसार बावर में तीर्थाटन एवं पर्यटन को भी बढ़ावा देंगे, जिसे आधार पर हमारे देवस्थान तथा हमारे तीज त्यौहार भी होंगे। क्षेत्र के सर्वागीण विकास के लिए हम पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं। लक्षित योजनाओं का ग्राम विकास में पूर्ण उपयोग हो इसके लिए यह सभा प्रयासरत रहेगी।