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टीएमयू में डिज़ाइन एन्ड इन्स्टालेशन ऑफ सोलर फोटोवोल्टाइक सिस्टम पर हुई दो दिनी वर्कशॉप

ख़ास बातें

  • प्रो. द्विवेदी बोले, सौर ऊर्जा मानव के लिए वरदान
  • सौर ऊर्जा और इंजीनियरिंग का गहरा नाताः डॉ. गरिमा
  • कार्यशाला में 100 से अधिक स्टुडेंट्स ने लिया भाग

 

-प्रो. श्याम सुंदर भाटिया

वोल्ट्रान्स एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड गाजियाबाद के प्रबंध निदेशक श्री आशुतोष शर्मा ने कहा, फ्रिक न कीजिएगा, दुनिया सौर ऊर्जा के संग-संग ऊर्जा के और विकल्पों से लबरेज है। यह बात दीगर है, सूर्य की ऊर्जा का उपयोग कोई नया नहीं है और इसकी किल्लत भी नहीं है। इसमें भी कोई शक नहीं है, दुनिया में ऊर्जा की चौतरफा खपत है। ऊर्जा के नए स्रोत- हाइड्रो वेव, भू-तापीय, हाइड्रोजन फ्यूल भी हैं, जिन पर देश और दुनिया में संजीदगी से रिसर्च हो रहा है।

श्री शर्मा तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के फ़ैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड कम्प्यूटिंग साइंसेज़- एफओईसीएस में डिज़ाइन एन्ड इन्स्टालेशन ऑफ सोलर फोटोवोल्टाइक सिस्टम पर आयोजित दो दिनी कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। एफओईसीएस के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग और वोल्ट्रान्स एनर्जी प्रा. लि., गाजियाबाद की यह संयुक्त कार्यशाला थी। कार्यशाला में पहले दिन ओरेटिकल डिस्कशन और दूसरे दिन इन-हाउस इंस्टाल्ड रूफ टॉप ऑन ग्रिड सोलर पीवी सिस्टम पर प्रैक्टिकल एक्सपोज़र शामिल रहा। दूसरे दिन, प्रतिभागियों को पावर प्लांट के संचालन और प्रबंधन प्रक्रिया को समझाने के लिए ग्रिड पावर प्लांट पर ले जाया गया। प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान समस्या समाधान के साथ सवाल-जवाब का दौर भी चला। कार्यशाला में बीटेक-ईई, बीटेक-ईसी, बीएससी ऑनर्स- फ़िज़िक्स, डिप्लोमा-ईई, डिप्लोमा-ईसी के 100 से अधिक स्टुडेंट्स ने भाग लिया।

एफओईसीएस के निदेशक प्रो. राकेश कुमार द्विवेदी ने सौर ऊर्जा  को वरदान बताते हुए कहा, यह विकास में महत्वपूर्ण साबित होगी। प्रो. द्विवेदी ने विश्वास जताया, यह कार्यशाला सोलर पीवी सिस्टम की स्थापना, संचालन और रखरखाव में स्टुडेंट्स को प्रशिक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की एचओडी डॉ. गरिमा गोस्वामी ने पीवी सोलर इंस्टॉलेशन इंजीनियरिंग के बारे में बताते हुए कहा, यह इंजीनियरिंग के तौर-तरीकों में सौर प्रणाली की गणना, स्थापना, रखरखाव इत्यादि के बारे में ट्रेंड करती है। इससे पहले श्री शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि, एफओईसीएस के निदेशक प्रो. द्विवेदी, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की एचओडी डॉ. गोस्वामी ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके वर्कशॉप का शुभारम्भ किया। इस मौके पर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन विभाग के एचओडी डॉ. पंकज गोस्वामी, कार्यशाला के समन्वयक श्री प्रदीप कुमार वर्मा, ईसी विभाग की डॉ. अलका वर्मा आदि भी उपस्थित रहे।

 

उल्लेखनीय है, वोल्ट्रांस एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड, गाजियाबाद और तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के बीच सौर ऊर्जा के क्षेत्र में संसाधन पूल विकसित करने के लिए एमओयू साइन है। समन्वयक श्री प्रदीप कुमार वर्मा ने दो दिवसीय कार्यशाला की रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर डॉ. दिवाकर पाठक, डॉ. राहुल शर्मा डॉ.शुभेंद्र प्रताप सिंह, श्री मयूर अग्रवाल, श्री नवीन कुमार, श्री शशांक मिश्रा, श्री हिमांशु शर्मा, श्री राहुल विश्नोई, श्री उमेश सिंह, श्री नीरज कौशिक और श्री प्रशांत कुमार के अलावा सभी शिक्षक और सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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