केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया पहुंचे सीमान्त गाव मलारी, जाने जनजाति भोटिया लोगों के हाल
–गोपेश्वर से एम एस गुसाईं —
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने जिले के सीमान्त क्षेत्र जोशीमठ दूरस्थ गांव मलारी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात कर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, महिलाओं, युवाओं से मुलाकात कर उनके दुखदर्दो को जानने का प्रयास किया।इस दौरान स्थानी प्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य मंत्री को समस्याओं को लेकर ज्ञापन भी सौंपे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने ग्रामीणों से भेंट कर स्थानीय उत्पादों, आजीविका के संसाधनों पर विस्तार से वार्ता करते हुए अपने सुझाव दिए।इस मौके पर नीती घाटी के पंचायत प्रतिनिधियों ने
मलारी, सुराइथोटा, पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण द्रोणागिरी गांव में आयुर्वेदिक अथवा एलोपैथिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना किए जाने।
नीती घाटी के लोगो को स्थानीय आजीविका को मजबूती प्रदान करने के लिए कैलाश मानसरोवर यात्रा नीती दर्रे से भी प्रारंभ किए जाने,पर्यटन सम्बन्धी रोजगार के सीमा दर्शन कार्यक्रम को बढ़ावा दिया जाने,मलारी एवं सुताइथोटा मे नियमित 108 एम्बुलेंस उपलब्ध करवाने, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ का नाम चिपको नेत्री गौरा देवी के नाम किया जाये जाने, 2005 में स्वीकृत जुम्मा-द्रोणागिरी मोटर सड़क का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा किए जाने।
ऋषिकेश,देहरादून से मलारी गमशाली तक उत्तराखण्ड परिवहन की बस का संचालन शुरू किए जाने की मांग को लेकर केंद्रीय मंत्री को ज्ञापन सौंपे।इस अवसर पर प्रधान संघ के जिला महामंत्री पुष्कर सिंह राणा के नेतृत्व में प्रधानों एवं ग्रामीणों ने मंत्री का पारंपरिक रूप से स्वागत किया।