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रंगनाथन के जन्म दिन पर आयोजित विचार गोष्ठी में पुस्तकालय की समाज में उपयोगिता पर चर्चा

–उत्तराखंड हिमालय ब्यूरो–

देहरादून, 12 अगस्त। उत्तराचंल प्रेस क्लब के सभागार में शुक्रवार को डाॅ.एस.आर. रंगनाथन का 130वां जन्मदिन राष्ट्रीय पुस्तकालय दिवस के रुप में मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन दून पुस्तकालय एवम् शोध केन्द्र तथा देव भूमि लाइब्रेरी एसोसिएशन समिति, उत्तराखण्ड के तत्वाधान में किया गया।

इस अवसर पर पुुस्तकालय संगठन से जुडे़ व्यक्तियों द्वारा रंगनाथन  के व्यक्तित्व और उनके योगदान को याद किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वक्ता  रमाकांत बेंजवाल, पुस्तकालयाध्यक्ष, राजभवन, देहरादून थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मुख्य सचिव, उत्तराखंड श्री एस.के.दास  ने की। इस कार्यक्रम में वक्ताओं द्वारा पुस्तकालय एवं उनकी समाज में उपयोगिता तथा पुस्तकालय से जुड़े विविध आयामों पर भी चर्चा की गयी।
दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के पुस्तकालयाध्यक्ष, श्री जे.बी.गोयल ने कार्यक्रम के अतिथियों व उपस्थित लोगों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि इस दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र द्वारा हमेशा से प्रयास किया जा रहा है कि पाठकों और शोधार्थियों को उनकी रुचि के हिसाब से संदर्भित सामग्री आसानी से प्राप्त हो सकें। मुख्य अतिथि वक्ता के रूप में बोलते हुए श्री रमाकांत बेंजवाल ने सामाजिक, सांस्कृतिक व शैक्षिक संदर्भो में पुस्तकालय की महत्वपूर्ण भूमिका बताई।

उन्होंने अपने वक्तव्य में पुस्तकालय के क्रमिक विकास की जानकारी देते हुए कहा कि गुफाओं की शैल चित्रों की सांकेतिक लिपि से लेकर अब यह शब्द यात्रा हस्त लिखित पाण्डुलिपियों, प्रकाशित पुस्तकें तथा वर्तमान समय में ई-बुक तक पहुॅच गयी है। ऐसे में हमें पुस्तकालय के महत्व को समझने की बहुत जरूरत है।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में पूर्व मुख्य सचिव उत्तराखंड श्री एस.के.दास ने पुस्तकालय विज्ञान को विकसित और समृद्व बनाने की बात पर जोर दिया। उन्होंने आशा व्यक्त कि आगामी कुछ महीनों दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र का नया भवन बनकर पूर्ण होने की संभावना है और हमें पर्याप्त जगह उपलब्ध हो जायेगी। अतः इसके बाद यह पुस्तकालय एक समृद्व व विकसित पुस्तकालय का आकार ग्रहण कर लेगा।
कार्यक्रम में दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के निदेशक श्री एन.रवि.शंकर ने मंचासीन अतिथियों और सभागार में उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारा निरन्तर प्रयास रहेगा कि इस पुस्तकालय के माध्यम से पाठकों, शोधार्थियों तथा साहित्यकारों को हर सम्भव समुचित सुविधा प्रदान कर सकें। दून पुस्तकालय के वरिष्ठ पाठक सदस्य श्री ज्योतिष घिल्डियाल जी ने कहा कि दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र पाठकों व साहित्यकारों के मध्य एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। देवभूमि लाइब्रेरी एसोशिएसन के श्री देवकी नन्दन मिश्रा ने उत्तराखण्ड में स्थित सार्वजनिक पुस्तकालयों की स्थिति पर चिन्ता वक्त करते हुए इस ओर सरकार द्वारा पर्याप्त ध्यान दिये जाने की बात कही।

कार्यक्रम के शुभारंभ में दीप प्रज्ज्वलन के साथ ही रंगनाथन  के चित्र पर माल्यार्पण भी किया गया। इस आयोजन पर दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र तथा देवभूमि लाइब्रेरी एसोसिएसन समिति के सदस्य मौजूद थे। कार्यक्रम में पुस्तकालय प्रेमी, दून पुस्तकालय के पाठकगणों के साथ ही विभिन्न पुुस्तकालय संगठनों से जुडे़ लोग व अन्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के प्रोग्राम एसोसिएट चन्द्रशेखर तिवारी ने किया।

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