कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के दुरूपयोग के विरोध में ईडी कार्यालय का घेराव
देहरादून, 21 जुलाई (उहि)। केंद्र सरकार द्वारा कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का उत्पीड़न करने के लिए ईडी जैसी एजेंसियों के दुरुपयोग के विरोध में उत्ताखण्ड कांग्रेस ने देहरादून स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय का घेराव कर अपना कड़ा विरोध दर्ज किया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद अब वर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी को ईडी द्वारा पूछताछ के लिए दिल्ली स्थित निदेशालय के मुख्यालय में बुलाये जाने के विरोध में आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कारण महरा के आवाहन पर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विशाल रैली की शक्ल में देहरादून स्थिति ईडी कार्यालय पर जबरदस्त प्रदर्शन कर गांधी परिवार के प्रति अपनी एकजुटता प्रदर्शित की।
इस अवसर पर पदेश कांग्रेस अध्यक्ष के अलावा विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता यशपाल आर्य, पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह सहित वरिष्ठ नेताओं ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और कहा कि मोदी सरकार ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स जैसी एजेंसियों के जरिये विपक्ष केनेताओं का उत्पीड़न कर रही है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि देश मे लोकतंत्र समाप्त कर एक दलीय शासन की ओर देश को ले जाया जा रहा है। धर्म के नाम पर समाज में नफरत फैलाई जा रही है।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र की स्थापना देश की आजादी के आन्दोलन के समय हुई थी जिसे अंग्रेजों द्वारा ‘‘भारत छोड़ो आंदोलन’’ के दौरान प्रतिबंधित कर दिया गया था जिसे महात्मा गांधी ने राष्ट्रीय आंदोलन के लिए एक त्रासदी बताया था। आर्थिक संकट में फंसे नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र की सहायता के लिए कांग्रेस पार्टी ने ऋण दिया। इस ऋण की राशि में से नेशनल हेराल्ड ने अपने कर्मचारियों के वेतन आदि का भुगतान करने के लिए किया तथा बाकी राशि सरकारी देनदारियों के भुगतान के लिए इस्तेमाल की गई। बीजेपी में बैठे लोग और उनके हितैषी, जो कि नेशनल हेराल्ड को दिए गए इस 90 करोड़ रुपये के ऋण को अपराधिक कृत्य के रूप में मान रहे हैं, ऐसा वह विवेकहीनता और राजनैतिक दुर्भावना से ग्रसित होकर कह रहे हैं। जिसे कंाग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता कतई बर्दास्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा तथा भाजपा छोड चुके कई नेता ऐसे हैं जिन नेताओं के खिलाफ ईडी में मामले तो दर्ज हैं परन्तु कार्रवाई नहीं हुई केवल कांग्रेस के नेताओं को टारगेट किया जा रहा है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री यदुरप्पा एवं उनके पुत्र, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे, भाजपा नेता सोमेन मित्रा, छत्तीसगढ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह एवं उनके पुत्र, मुकुल राॅय, सुवेन्द्रु अधिकारी, कर्नाटक के रेड्डी बंधु सहित अन्य कई ऐसे और नेता हैं जो आज भाजपा में हैं उनकी जांच निरस्त कर दी गई है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल द्वारा ऋण देना भारत में किसी भी कानून के तहत आपराधिक कृत्य नहीं है। फिर, कांग्रेस पार्टी द्वारा एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड को समय-समय पर ऋण देना कैसे एक आपराधिक कृत्य माना जा सकता है? इस ऋण का विधिवत लेखा-जोखा भारत के चुनाव आयोग को प्रस्तुत भी किया गया। यहां तक कि चुनाव आयोग ने दिनांक 06.11.2012 के अपने एक पत्र के माध्यम से सुब्रमण्यम स्वामी को यह स्पष्ट करते हुए लिखा था कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो किसी राजनीतिक दल द्वारा खर्च को प्रतिबंधित या नियंत्रित करता हो। परन्तु इसके बावजूद मोदी सरकार द्वारा अपनी राजनैतिक प्रतिद्धंदिता के चलते कंाग्रेस के नेताओं का मानसिक रूप से उत्पीडन करना भाजपा की कुत्सित एवं घृणित मानसिकता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड कांग्रेस पार्टी और देश की आजादी की विरासत का प्रतीक है, उसके मूल्य हमेशा जीवित रहेंगे और कांग्रेस पार्टी के आदर्शों और सिद्धांतों को व्यक्त करने में नेशनल हेराल्ड हमारी आवाज बना रहेगा।
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए विपक्षी दल के नेताओं के खिलाफ राजनैति षडयंत्र के तहत फर्जी मुकदमें दर्ज कर केन्द्र सरकार के अधीनस्थ ऐजेंसियों का उपयोग कर रही है जिसकी जितनी भी निन्दा की जाय कम है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी दशकों तक सत्ता में रही परन्तु इस प्रकार किसी भी पार्टी विशेष के नेताओं के खिलाफ एक अभियान के तहत उत्पीडनात्मक कार्रवाई नही हुई। आज सत्ता में बैठी सरकार कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ जिस प्रकार केन्द्रीय ऐजेंसियों के माध्यम से उत्पीडनात्मक कार्रवाई कर रही है उसे कांग्रेस कार्यकर्ता कतई बर्दास्त नहीं करेगा और इसके लिए सडकों पर उतर कर विरोध करता रहेगा। उन्होंने कहा कि यह सच और झूठ की लड़ाई है, सत्य की हमेशा विजय हुई है और इस बार भी होगी तथा भाजपा के झूठ का पर्दाफास होगा।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि नेशनल हेराल्ड को दिया गया ऋण नेशनल हेराल्ड और उसकी मूल कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड द्वारा चुकाना संभव नहीं था। इसलिए, इस ऋण को एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के इक्विटी शेयरों में परिवर्तित कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि ‘नॉट-फॉर-प्रॉफिट’ की अवधारणा पर स्थापित किसी भी कंपनी के शेयर धारक, प्रबंध समिति के सदस्य कानूनी रुप से कोई लाभांश, लाभ, वेतन या अन्य वित्तीय लाभ नहीं ले सकते हैं। इसलिए, श्रीमती सोनिया गांधी, श्री राहुल गांधी या ‘यंग इंडियन’ में किसी अन्य व्यक्ति द्वारा किसी भी प्रकार का वित्तीय लाभ नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा आज भाजपा सत्ता में है तो केन्द्रीय ऐजेंसियों का दुरूपयोग विपक्ष के नेताओं के उत्पीडन में कर रही है क्योंकि जनता की उन्नति, जनता के विकास में उसकी कोई रूचि नहीं है। विपक्ष जनता की आवाज न उठाये इसलिए उन्हें इन ऐजेंसियों के माध्यम से डराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने शासनकाल में लोकतंत्र को कुचलने का काम किया है आज राजनैतिक स्वार्थ सिद्धि और द्वेष की भावना के लिए केन्द्रीय ऐजेंसियों का उपयोग किया जा रहा है जिसकी कांग्रेस पार्टी कडे शब्दों में निन्दा करती है।
ईडी कार्यालय में प्रदर्शन के दौरान कांग्रेसजनों ने प्रदेश अध्यक्ष श्री करन माहरा के नेतृत्व में सामूहिक गिरफतारी दी जिसके उपरान्त सभी कांग्रेसजनों को गिरफतार कर पुलिस लाईन ले जाया गया।
प्रदर्शन करने वालों में श्रीमती रेणुका रावत, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, विधायक हरीश धामी, ममता राकेश, फुरकान अहमद, उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापडी, सुमित हृदयेश, विरेन्द्र जाति, रवि बहादुर, अनुपमा रावत, प्रदेश महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, प्रदेश कोषाध्यक्ष आर्येन्द्र शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, पूर्व मंत्री हीरा ंिसह बिष्ट, नवप्रभात, पूर्व विधायक रणजीत रावत, विजयपाल सजवाण, मनोज रावत, ओमगोपाल रावत, राजकुमार, निवर्तमान मीडिया चेयरमैन राजीव महर्षि, प्रदेश महामंत्री राजपाल खरोला, राजेन्द्र शाह, नवीन जोशी, पी.के. अग्रवाल, पूर्व मंत्री अजय सिंह, डाॅ0 जसविन्दर सिंह गोगी, पूरन ंिसह रावत, सुरेन्द्र कुमार, महेश शर्मा, सुरेन्द्र रांगड़, गोदावरी थापली, सुमित्तर भुल्लर, मीडिया पैनलिस्ट गरिमा दसौनी, सुजाता पाॅल, एआईसीसी सदस्य अनुपम शर्मा, महिला अध्यक्ष ज्योति रौतेला, प्रदीप थपलियाल, जयेन्द्र रमोला, राजेश चमोली, महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, संदीप चमोली, विनोद चैहान, लखपत बुटोला, विजयपाल रावत, विनीत भट्ट, महन्त विनय सारस्वत, मनीष शर्मा नेता प्रतिपक्ष नगर निगम, ललित मोहन मिश्रा, राॅबिन त्यागी, अंजली चमोली, कपिल भाटिया नरेशानन्द नौटियाल, सुलेमान अली, सतीश कुमार दुबे, महानगर अध्यक्ष काशीपुर संदीप सहगल, जिलाध्यक्ष संजय किशोर, अश्विनी बहुगुणा, प्रदेश सचिव शांति रावत, राकेश नेगी, दीप बोहरा, नवनीत सती, उर्मिला थापा, लक्ष्मी अग्रवाल, पंकज क्षेत्री, मीना रावत, सूरत सिंह नेगी, डाॅ0 प्रदीप जोशी, विकास नेगी, विशाल मौर्य, मोहन काला, जगदीश धीमान, उर्मिला थापा, आशीष सैनी, आषा मनोरमा डोबरियाल, मोहित उनियाल, सुशील राठी, भूपेन्द्र नेगी, शैलेन्द्र करगेती, अरूणा कुमार, अनिल बसनेत, श्रुति लखेडा, मोहन काला, संजय सैनी, रितेश क्षेत्री, धर्म सिंह पंवार, सुनीता प्रकाश, अमरजीत सिंह, ललित बिष्ट, शशि सेमवाल, सविता सोनकर, नजमा खान, पायल बहल, राजकुमार जायसवाल, दिनेश कौशल, राव अफाक, महेन्द्र नेगी, शिवानी थपलियाल, सत्येन्द्र पंवार, युद्धवीर सिंह बत्र्वाल, अनुराधा, सहित सैकडों कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल थे।