उत्तराखंड के भूवैज्ञानिक डॉ. रौतेला को उल्लेखनीय कार्य के लिएराष्ट्रीय पुरस्कार
देहरादून, 4 जुलाई (उहि)। भारत सरकार के खान मंत्रालय द्वारा उत्तराखंड के भूवैज्ञानिक एवं राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र के निदेशक डॉ 0 पीयूष रौतेला को उनकी विशिष्ट उपलब्धियों के लिए राष्ट्रीय पुरष्कार के लिए चुना गया है। रौतेला आपदाओं की दृष्टि से अति संवेदनशील उत्तराखंड में आपदा न्यूनीकरण एबम प्रबंधन की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। इस विषय पर उनके शोध कार्य अंतरराष्ट्रीय शोध प्रकाशनों में छपते रहते हैं।
उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के अधिशासी निदेशक डा. पीयूष रौतेला को भारत सरकार के खान मंत्रालय के द्वारा 12 जुलाई 2022 को नई दिल्ली में आयोजित समारोह में वर्ष 2019 का राष्ट्रीय भू- वैज्ञानिक पुरुस्कार दिया जाना है. यह पुरुस्कार भू-विज्ञान के क्षेत्र में किये गये विशिष्ट कार्य के लिये दिया जाता है और उक्त के अंतर्गत प्रशस्ति पत्र के साथ साथ नकद धनराशि दिये जाने का प्रावधान हैं.
उल्लेखनीय है कि सामान्यतः वैज्ञानिक शोध व अध्ययन करने वाले संस्थानों के साथ – साथ उच्च शिक्षण संस्थानों में कार्यरत वैज्ञानिको को दिया जाने वाला यह पुरुस्कार पहली बार किसी राज्य सरकार के ऐसे कार्मिक को दिया जा रहा हैं जिसके विभाग का शोध कार्यो से कोई भी सीधा सरोकार नहीं है.
यहाँ उल्लेख करना आवश्यक है कि डा. रौतेला लम्बे समय तक आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबन्धन केंद्र के अधिशाषी निदेशक रहे और उनके निर्देशन में किये गये कार्यो के आधार पर राज्य सर्कार के इस केंद्र को वर्ष 2020 का सुभाष चन्द्र बोस राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन पुरुस्कार जनवरी 2022 में प्रधानमंत्री के द्वारा दिया गया है.