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अतिवृष्टि एवं भूस्खलन आदि से उत्तराखण्ड में 105 सड़कें बन्द, खोलने के प्रयास जारी

देहरादून, 26 जुलाइ (उहि)। अतिवृष्टि के कारण जहां तहां हुये भूस्खलन एवं नालों में आयी त्वरित बाढ़ के कारण प्रदेश के 105 मार्ग अवरुद्ध हैं जिन्हें खोलने का प्रयास किया जा रहा है।

राज्य में आपदा प्रबंधन तंत्र प्रभावी रूप से कार्य कर रहा है। लोक निर्माण विभाग के अन्तर्गत अवरूद्ध हुए कुल 27 मार्ग एवं पीएमजीएसवाई के अन्तर्गत अवरुद्ध हुए 78 मार्गों को विभागीय एवं प्राईवेट मशीनों द्वारा खोले जाने की कार्यवाही गतिमान है। लोक निर्माण विभाग के अन्तर्गत कुल 398 मशीने अवरूद्ध मार्गों को खोलने के लिए तैनात की गयी है, जिसमें से अधिकाश मशीनों में एआईएस मॉडल जीपीएस स्थापित किया जा चुका है, जिससे मशीनों की ट्रैकिंग की जा सके।

ऊर्जा विभाग के अन्तर्गत राज्य के अधिकतर जनपदों में विद्युत आपूर्ति सुचारू है। केवल पिथौरागढ़ एवं उत्तरकाशी के कुछ ग्रामों में, जैसे हुनेरा, पमस्यारी, शेराघाट, चौना पटल विद्युत व्यवस्था सुचारू करने हेतु कार्य गतिमान है। वर्तमान तक राज्य के कुल 62 ग्रामों में विद्युत व्यवस्था बाधित हुई थी जिसमे से विद्युत विभाग द्वारा 43 गांवों की विद्युत व्यवस्था सुचारू कर दी गई है। शेष 19 ग्रामों में विद्युत बहाली कार्य गतिमान है।

पेयजल निगम के अन्तर्गत राज्य में मानसून अवधि में दिनांक 15 जून 2022 से वर्तमान तक कुल 65 योजनाओं में अतिवृष्टि एवं आपदा के कारण अवरोध उत्पन्न हुआ था। जिनको सुचारू कर दिया गया है। वर्तमान में राज्यान्तर्गत कोई भी पेयजल योजना बाधित नहीं है। आज दिनांक 26/07/2022 को राज्य अंतर्गत सभी योजनाएं सुचारू हैं।
जल संस्थान के अन्तर्गत आपदा से पेयजल योजनाओं के क्षतिग्रस्त होने पर सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुये पुनस्थापना का कार्य किया जाता है, जिसमे शाखाओं एवं अन्य योजनाओ में पूर्व से कार्यरत प्रशिक्षित फिटर, बेलदार को तैनात किये जाते है। आपदा की स्थिति में विभिन्न शाखाओं में पेयजल उपलब्ध कराये जाने हेतु 71 विभागीय टैंकर उपलब्ध है एवं किराये के 219 पेयजल टैंकर चिन्हित है। राज्य के अन्तर्गत वर्ष 2022 में दैवीय आपदा / अतिवृष्टि से वर्तमान तक कुल 489 पेयजल योजनायें क्षतिग्रस्त हो चुकी है जिनमें से 489 पेयजल योजनाओं में अस्थायी व्यवस्था से पेयजल आपूर्ति चालू कर दी गयी है। विगत 03 दिवस के भीतर दैवीय आपदा / अतिवृष्टि से 04 पेयजल योजनायें क्षतिग्रस्त हुई है, जिसमें सभी पेयजल योजनाओं को अस्थायी व्यवस्था से पेयजल आपूर्ति चालू कर दी गयी है।

वन विभाग के अन्तर्गत नैनीताल वन प्रभाग में नगरपालिका रेंज को नैनापीक के वायरलेस कंट्रोल रूम से नैनीताल कलब में दिनांक 25.07.2022 को सायं 7ः30 बजे कांकिस का वृक्ष गिर जाने की सूचना प्राप्त हुई। गिरे हुए वृक्ष को वन विभाग व अग्नि शमन विभाग की टीम द्वारा रात्रि 9ः15 बजे तक मौके से हटा दिया तथा मार्ग यातायात हेतु सुचारू कर दिया गया। एक अन्य घटना में हरिद्वार जनपद के बहादराबाद-हरिद्वार मार्ग पर पृथ्वीराज चौराहे के निकट पिलखन के दो वृक्ष ऊखड़ कर गिर जाने की सूचना प्राप्त हुई। वन विभाग की टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर वृक्ष को मौके से हटा दिया गया है।

एन.डी.आर.एफ की एक सब टीम को खोज एवं बचाव कार्य हेतु हरिद्वार भेजा गया है। इसके अतिरिक्त टीम चमोली व उत्तरकाशी द्वारा विभिन्न स्कूलों में आपदा से निपटने हेतु प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिससे कि स्थानीय जन मानस जागरूक हो सके।

एस.डी.आर.एफ के अन्तर्गत विगत 24 घंटे में किये गए रेस्क्यू कार्य का विवरण।

  • बद्रीनाथ से आगे वसुधारा के पास 03 युवकों के लापता होने की सूचना पर कर रेस्क्यू टीम द्वारा जिला पुलिस के साथ संयुक्त सर्चिंग ऑपरेशन चलाकर तीनों युवकों को सकुशल बरामद कर लिया गया।
  • जनपद पिथौरागढ़ के थाना नाचनी क्षेत्रांतर्गत जाकुला नदी में एक व्यक्ति के बहने की सूचना पर कर टीम द्वारा संभावित स्थानों पर सर्चिंग की जा रही है।
  • चंडी घाट हरिद्वार में 02 व्यक्तियों के डूबने की सूचना पर टीम द्वारा घटनास्थल पर सर्चिंग की गई। सर्चिंग रिपोर्ट शून्य रही।
  • सतपुली में एक व्यक्ति के नदी में डूबने की घटना पर टीम द्वारा गहन सर्चिंग करते हुए उक्त व्यक्ति का शव बरामद कर सिविल पुलिस के सुपर्द किया।

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