उत्तराखंड में पड़े 65.10 फीसदी वोट, मुख्यमंत्री पद के दावेदार हरीश रावत, पुष्कर सिंह धामी और कर्नल कोठियाल की किस्मत मत पेटियों में बंद
देहरादून ,15 फरबरी (उहि ) । उत्तराखंड में पांचवी विधानसभा के लिए सोमवार को मतदान शांतिपूर्ण रहा। राज्य चुनाव आयोग के देर रात के आंकड़े के अनुसार उत्तराखंड में मतदान 65.10 प्रतिशत हुआ। इसमें भी कुछ परिवर्तन संभव है। वर्ष 2017 में राज्य में 65.56 प्रतिशत मतदान हुआ था।सभी पोलिंग पार्टियों के लौटने के बाद मतदान के अंतिम आंकड़े सामने आएंगे। सभी पोलिंग पार्टियों के लौटने के बाद मतदान के अंतिम आंकड़े सामने आएंगे। फ़िलहाल मुख्यमंत्री पद के दावेदार हरीश रावत, पुष्कर सिंह धामी और कर्नल कोठियाल की किस्मत मत पेटियों में बंद हो चुकी है। मतदान के बाद सभी अपनी -अपनी पार्टियों की जीत के दावे कर रहे हैं। लेकिन असली मुकबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है। कुछ स्थानों पर निर्दलीयों के अलावा उक्रांद , बसपा और आप के प्रत्याशी कड़े मुकाबले में हैं और उनकी सीटें भी आ सकती हैं।
प्रदेश की अधिकांश सीटों पर भाजपा और कांग्रेस में सीधी टक्कर होती दिखाई दे रही है तो कुछ सीटों पर निर्दलीय, आम आदमी पार्टी, बसपा के उम्मीदवार कड़ी चुनौती दे रहे हैं। जानकारी के अनुसार अभी तक हरिद्वार जिले में सबसे अधिक 67.58 प्रतिशत मतदान हो चुका था। 2017 के विस चुनाव में 75.68 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।
पहाड़ का उत्तकाशी जिला मतदान के मामले में अभी दूसरे स्थान पर है। जिले में पांच बजे तक 65.55 प्रतिशत वोट पड़ चुके थे। प्रदेश में अभी तक सबसे कम मतदान अल्मोड़ा जिले में 50.65 प्रतिशत और पौड़ी में 51.93 प्रतिशत ही हो पाया है। 2017 के चुनाव में भी इन्हीं दो जिले( पौड़ी 54.86 प्रतिशत) और (अल्मोड़ा 53.07 प्रतिशत) सबसे कम मतदान प्रतिशत वाले थे।
2022 के चुनावी समर में पहली बार आम आदमी पार्टी ने भी सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन प्रदेश की अधिकांश सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के बीच सीधी टक्कर होती दिखी है। कुछ सीटों पर निर्दलीय दोनों राष्ट्रीय दलों को चुनौती देते दिख रहे हैं तो बसपा और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार भी कुछ सीटों कड़ी टक्कर देते दिख रहे हैं।