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आत्मनिर्भर भारतः आवश्यकताएं, चुनौतियां एवं समाधान विषय पर  टीएमयू में राष्ट्रीय संगोष्ठी

मुरादाबाद, 15  सितम्बर। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के लॉ कॉलेज के डीन प्रो. हरबंश दीक्षित ने बतौर मुख्य अतिथि देश की 75 साल की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, भारत की आत्मनिर्भर उड़ान को बेमिसाल बताया। बोले स्टार्टअप्स में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं दुनिया की नम्बर वन बनने की ओर है। रक्षा के क्षेत्र में अब हम एक्सपोर्ट कर रहे हैं जबकि एक समय इम्पोर्ट तक ही सीमित थे। महिला सशक्तिकरण भी  उल्लेखनीय है। अब हमारी बेंटियां एयरफोर्स में बतौर फाइटर पायलट तैनात हैं। समान लैंगिकता का ट्रैक रिकार्ड भी दमदार है।

प्रो. दीक्षित टीएमयू के शिक्षा संकाय की ओर से टिमिट के बीटीसी भवन में दो दिनी राष्ट्रीय संगोष्ठी – आत्मनिर्भर भारतः आवश्यकताएं, चुनौतियां एवं समाधान के समापन मौके पर बोल रहे थे। इससे पूर्व माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके संगोष्ठी का शुभारम्भ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर एमपी सिंह डीन छात्र कल्याण विभाग ने की। संगोष्ठी में ब्लेंडेड मोड में 210 रिसर्च पेपर्स प्रजेंट हुए।

इससे पूर्व मुख्य अतिथि प्रो. हरबंश दीक्षित और बतौर विशिष्ट अतिथि एसोसिएट डीन प्रो. मंजुला जैन का बुके देकर स्वागत किया गया।  इस मौके पर शिक्षा संकाय के विभागाध्यक्ष – प्रो. रश्मि मेहरोत्रा, डॉ. रत्नेश जैन, डॉ. विनोद जैन, डॉ. अशोक लखेरा आदि की भी उल्लेखनीय मौजूदगी रही। सीनियर फैकल्टी श्री विनय कुमार ने राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन अवसर पर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।

बतौर विशिष्ट अतिथि एसोसिएट डीन प्रो. मंजुला जैन ने युवा पीढ़ी का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि महिलाओं का नेतृत्व एवं विकास वास्तविक अर्थों में आत्मनिर्भर भारत का मार्ग प्रशस्त करेगा। साथ ही साथ महिलाओं की गरिमा की रक्षा, स्वतंत्रता संग्राम, शिक्षा का उत्थान, आर्थिक सशक्तिकरण, कला, साहित्य और संस्कृति, खेल, चिकित्सा,  विज्ञान और प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और विकास के माध्यम से हम भारत को आत्मनिर्भर बनाने की ओर अग्रसर है।

अंत में यूपी के अलावा उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, हिमाचल, झारखंड, बिहार, नागालैंड आदि के विद्वानों ने अपने शोध-पत्र प्रस्तुत किए। अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम में शिक्षा संकाय के एआर श्री दीपक मलिक, फैकल्टीज-श्री धर्मेंद्र सिंह, शाजिया, सुल्तान, पायल शर्मा, सुगंधा जैन के संग-संग श्री दिलीप वर्मा आदि मौजूद रहें। संगोष्ठी की कॉर्डिनेटर डॉ. नम्रता जैन के संग-संग ईशा चौहान एवं अंशिका यादव ने भी संचालन किया।

 

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