हरक सिंह रावत ने भाजपा को और भाजपा ने हरक सिंह को दिया झटका : उत्तराखंड में भी भाजपा की मुश्किलें बढ़ीं
देहरादून, 16 जनवरी(उहि)। कई महीनों की लुका छिपी के बाद कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की आखिरकार भाजपा से विदाई हो ही गयी। वह सोमवार को विधिवत कांग्रेस में वापसी कर रहे हैं, लेकिन इसकी भनक लगते ही भाजपा ने उन्हें पार्टी से निष्काषित करने के साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने भी उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हरक सिंह रॉस्ट सोमवार को विधायक उमेश शर्मा कावू, यमुनोत्री के विधायक केदार सिंह रावत और रूड़की के प्रदीप बत्रा के साथ ही दिल्ली में कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं। हरक सिंह अपने साथियों के साथ रविवार को ही दिल्ली पहुंचे थे। उनके दाल वदल की भनक लगते ही भाजपा नेतृत्व अलर्ट हो गया और तत्काल उनके खिलाफ एक्शन में आ गया।
भजपा के टिकट फाइनल करने के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और मुख्यमंत्री धामी दिल्ली में ही थे। इसलिए हरक के पार्टी और सरकार से निष्कासन की कार्यवाही तत्काल कर दी गयी। मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री मोदी तक सभी काफि दिनों से हरक सिंह को मनाने का प्रयास कर रहे थे।
समझ जाता है कि हरक सिंह को कांग्रेस डोईवाला से तथा उनकी पुत्रवधु को लैंसडौन से टिकट देने जा रही है। यशपाल आर्य के बाद हरक सिंह रावत ने चुनाव से पहले दूसरा वड़ा झटका दिया है।
उत्तर प्रदेश के बाद मंत्रियो और विधायकों का पार्टी छोड़ने का सिलसिला उत्तराखंड में भी शुरू हो जाने से भाजपा नेतृत्व की चिंता बढ़ गयी है। पार्टी छोड़ने वाले नेता चुनावी मौसम विज्ञानी माने जाते हैं। इससे जनता में भाजपा की सत्ता में लौटने की सम्भावनाओ के क्षीण होने का संदेश जाता है।