कबीर की रसधारा के बीच एक उत्सव
देहरादून, 15 जुलाई (उहि)।दून लाइब्रेरी के सौजन्य से देश के प्रतिष्ठित फिल्म निर्माता और विचारक गौतम चटर्जी ने कबीर के जीवन दर्शन को एक नई दृष्टि देने का काम किया। देश के महान समाज सुधारक ईश्वरचंद्र विद्यासागर के नाती और देश के पहले भाषाविद प्रोफेसर सुनीत चटर्जी के पौत्र गौतम ने तीन दिन के प्रवास के दौरान् साहित्य और समाज प्रेमी जनो को गंगा की रसधारा में बहने के लिए मजबूर किया I
कबीर – रसखान और बिस्मिल्लाह खान के शहर बनारस से देहरादून पहुचे गौतम ने कला – फिल्म , चिन्मयी के मध्यम से कला – संस्कृति और सांझी विरासत के गौरावशाली इतिहास से भी लोगों को परिचित कराया। इस अवसर पर दून लाइब्रेरी के निर्देशक प्रोफेसर बी .के . जोशी , पूर्व मुख्य सचिव एस. के. दास, डॉ. फारूक, पूर्व जिलाधिकारी विभा पुरी दास, साहित्यकार राजेश सकलानी, प्रोफेसर इंदु सिंह, प्रोफेसर विद्या सिंह और अनेक साहित्य प्रेमी उपस्थित थे I कार्याक्रम का संचालन गीता गैरोला ने किया।