सेना दिवस परेड 2025 की एक झलक: 55वें आईएफएफआई में प्रोमो का अनावरण
The Army Day Parade commemorates Field Marshal K.M. Cariappa’s appointment as the first Indian Commander-in-Chief of the Indian Army in 1949, symbolizing India’s post-independence military leadership. Traditionally held in Delhi, the parade began rotating to different cities in 2023, starting with Bengaluru, followed by Lucknow in 2024. Pune’s selection for the 2025 parade highlights the city’s historic ties to the Armed Forces and its role as the headquarters of the Indian Army’s Southern Command. This year’s parade will take place at the Bombay Engineering Group and Centre, featuring marching contingents, mechanized columns, and technological exhibits. Highlights will include demonstrations of cutting-edge defense technologies such as drones and robotics, along with captivating performances like combat demonstrations and martial arts displays.
पुणे, 25 नवंबर। अपनी समृद्ध सैन्य विरासत के लिए प्रसिद्ध शहर पुणे, 15 जनवरी 2025 को पहली बार प्रतिष्ठित सेना दिवस परेड की मेजबानी करने के लिए तैयार है, जो एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगी। भारतीय सेना ने गोवा में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के दौरान आगामी परेड के लिए एक प्रचार वीडियो का अनावरण किया, जिसे सिनेप्रेमियों, अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों और उद्योग जगत के प्रमुख लोगों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली।
1949 में भारतीय सेना के पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ के रूप में फील्ड मार्शल के. एम. करिअप्पा की नियुक्ति की याद में सेना दिवस परेड (आर्मी डे परेड) आयोजित की जाती है, जो स्वतंत्रता के बाद के भारत के सैन्य नेतृत्व की प्रतीक है। परंपरागत रूप से दिल्ली में आयोजित होने वाली परेड 2023 में अलग-अलग शहरों में घूमने लगी, जिसकी शुरुआत बेंगलुरु से हुई और उसके बाद 2024 में लखनऊ में यह परेड हुई। 2025 की परेड के लिए पुणे का चयन शहर के सशस्त्र बलों के साथ ऐतिहासिक संबंधों और भारतीय सेना की दक्षिणी कमान के मुख्यालय के रूप में इसकी भूमिका को दर्शाता है।
इस साल की परेड बॉम्बे इंजीनियरिंग ग्रुप एंड सेंटर में होगी, जिसमें मार्चिंग टुकड़ियां, मशीनीकृत स्तंभ और तकनीकी प्रदर्शन शामिल होंगे। इसके मुख्य आकर्षणों में ड्रोन और रोबोटिक्स जैसी अत्याधुनिक रक्षा तकनीकों के प्रदर्शन के साथ-साथ युद्ध प्रदर्शन और मार्शल आर्ट जैसे आकर्षक प्रदर्शन शामिल होंगे।
परेड से पहले, पुणे में जनवरी की शुरुआत में होने वाली “अपनी सेना को जानो” प्रदर्शनी जैसे कार्यक्रम निवासियों को उन्नत हथियारों के बारे में जानने और देश की रक्षा करने वाले सैनिकों के साथ बातचीत करने का अवसर देंगे। इस तरह की पहल समावेशिता और एकता पर जोर देती है, जिससे सेना दिवस परेड केवल एक औपचारिक अवसर नहीं बल्कि साहस, समर्पण और तकनीकी प्रगति का राष्ट्रीय उत्सव बन जाती है।
भारतीय सेना विभिन्न शहरों में सेना दिवस परेड को घुमाकर देश भर के नागरिकों के साथ एक मजबूत संबंध बनाती है। यह पहल उत्सव को विकेंद्रीकृत करती है, जिससे स्थानीय समुदायों को सशस्त्र बलों के साथ सीधे जुड़ने के अवसर मिलते हैं।