दुर्घटना को दावत दे रही है प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क योजना
–रिखणीखाल से रिपोर्ट संकलन- प्रभुपाल सिंह रावत–
जनपद गढ़वाल,विकास खंड रिखणीखाल के दूरस्थ क्षेत्र”क्वीराली – सतगरिया- तोल्यो- सिद्धखाल” आदि निकटवर्ती गांवों को जोड़ने वाली सड़क के खस्ताहाल होने से क्षेत्रीय जनता में व्याप्त आक्रोश दिखाई दे रहा है।क्षेत्र में सुगबुगाहट तो सभी करते हैं लेकिन वे अपना मन मसोटकर चुप रहने व मुंह बन्द रखने में ही अपनी व्यक्तिगत भलाई समझते हैं कारण ये है कि स्थानीय छुटभैये नेता उनको दुत्कार व फटकार लगाई देते हैं।
आपको याद दिलाते हैं कि ये सड़क 7-8 साल पहले कच्ची से पक्की में डामरीकरण हुआ था,ये सड़क कंडलसेरा( द्वारी) से क्वीराली,सतगरिया,तोल्यो तक जाती है जो कि प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत बनी है।इस पर सात- आठ साल से अभी तक डामरीकरण व झाडी कटान आदि मरम्मत का कोई कार्य नहीं हुआ।इस पी एम जी एस वाई सड़क के दोनों तरफ कंटीली झाड़ियां अतिक्रमण फैलाये हुए है तथा सड़क मात्र तीन मीटर तक सिमटकर रह गई है।बाकी सड़क झाडियो से अटा पडा है।वाहनों के शीशे खुले होने पर ये कंटीली झाड़ियां सवारियों के हाथ,मुंह आदि को चिरोड रही है।सड़क पर जगह-जगह,कदम कदम पर इतने गहरे गड्ढे पड़े हैं कि गाड़ी जम्प करने पर गाड़ी के छत से सिर टकराकर चोटिल हो रहा है।बीमार व गर्भवती महिलाओं के लिए तो और भी दूभर है।ऐसा नहीं लगता कि ये सड़क प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अधीन होगी,इसकी हालत तो विधायक निधि से बने सडकों से बद से बदतर हो रखी है सिर्फ नाम का पी एम जी एस वाई है।मोदी जी के नाम पर भी धब्बा लग रहा है।लगता है कभी इस सड़क पर मरम्मत के लिए कोई मजदूर भी नहीं होगें।जिस कारण सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई है,जगह-जगह सड़क पर नालियों के टूटने से कीचड़ ही कीचड़ नजर आ रहा है।जिससे कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना व अनहोनी की आशंका है।सड़क के दोनों तरफ झाड़ियां हो गई है जिसमें गुलदार,भालू,सूअर आदि जंगली जानवरों के छिपने का अड्डा बन गया है।
क्या इसके जिम्मेदार अधिकारी इसके रखरखाव,डामरीकरण,झाड़ी कटान,स्कवर मरम्मत,नालियों की मरम्मत आदि कार्य करवा पायेगे या फिर किसी दुर्घटना व अनहोनी का इन्तजार किया जा रहा है।