बद्रीनाथ केदारनाथ धामों को दिव्य और भव्य बनाने के मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को पलीता लगा रहे हैं बीकेटीसी के लोग
–राजेश सेमवाल ‘मृदुल’ की रिपोर्ट —
केदारनाथ, 22जून । एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बद्रीनाथ और केदारनाथ /धामों को दिव्य और भव्य रूप देने का प्रयास कर रहे हैं दूसरी और बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी ) के लोग प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्टों को पलीता लगाने में कोई कसार नहीं छोड़ रहे हैं।
सोने के पीतल में बदलने के ताजा विवाद ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि इन धामों को संचालित करने वाली श्री बदरीनाथ केदानाथ मंदिर समिति कब भष्टाचार से बाज आयेगी। मंदिर समिति के विवादों को जान कर प्रधानमंत्री भी जरूर आहत होगें। बाबा केदार को जहाँ भस्मी का लेप लगाया जाता है। वहां सोना ही पीतल हो रहा है। जिसमें सच्चाई क्या है यह तो जांच का विषय है पर बाबा केदार के यहां कौन ऐसा कर रहा है यह अनसुलझा सवाल है।
बीकेटीसी के सभी मामले संदेह के घेरे में है। वर्तमान बीकेटीसी के अध्यक्ष पर अब सवालों ने नया रूप ले लिया है। बीकेटीसी के सभी मामलों की क्या अब जांच होगी यह सवाल चर्चा का विषय बना हुआ है।
इन दिनों जहां एक तरफ श्री बदरीनाथ श्री केदारनाथ धामों की यात्रा चरम पर है, वहीं बीकेटीसी के तमाम घोटलों पर सर्तकता विभाग सहित अन्य जांच टीमें लगातार नजर लगायें है। जब बीकेटीसी की बात आती है तो यहां के तमाम ऐसे मामले हैं जो जांच के बाद प्रदेश को हिला के रख देगे। उच्च स्तरीय जाँच की चर्चाओं को लेकर बीकेटीसी में हड़कम्प मचा हुआ है।
चूँकि बद्री केदार को दिव्य और भव्य बनाने का कार्य स्वयं प्रधानमंत्री कार्यालय की देखरेख में हो रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय के उच्चाधिकारी गुरुवार को भी बद्रीनाथ में थे । अतः मंदिर समिति के घपलों की गूँज प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंचनी स्वाभाविक ही है।
करोड़ों के वारे न्यारे करने वाले ये अधिकारी कर्मचारी अब तो अपने प्रमोशन भी खुद ही करने लगे है जो कि समिति को शर्मसार कराने वाली बात है। वेतन तो ये सरकार के नियम के अनुसार लेने की जोरदार पैरवी करते है। परन्तु प्रमोशन सहित तमाम अन्य कार्य यहां सरकार की गाइड लाइन के विपरीत होते हैं । जो जांच का सबसे बड़ा विषय बना है। जिसमें पीतल और सोना भी एक अहम मुद्दा है। अगर हाल दिनों में खेले गये खेल पर ईमानदारी से नजर दौड़ायी जाय तो साफ है कि यहां के अधिकारी कर्मचारी सरकार को अंधरे में रखकर कार्य कर रहे है। बीकेटीसी में नये अध्यक्ष भी इन दिनों काफी चर्चा में हैं।