भारत के कफ सिरप से उज्बेकिस्तान में बच्चों की मौत पर भारत सरकार एक्शन में
- सीडीएससीओ, उज्बेकिस्तान औषधि नियामक के लगातार संपर्क में है
- उत्तर प्रदेश औषधि नियंत्रण अधिकारियों और सीडीएससीओ की टीम ने नोएडा स्थित मैरियन बायोटेक के विनिर्माण केंद्र का संयुक्त निरीक्षण किया
- कफ सिरप के नमूने लेकर चंडीगढ़ स्थित क्षेत्रीय औषधि परीक्षण प्रयोगशाला (आरडीटीएल) भेजे गए
नयी दिल्ली, 30 दिसंबर । उज्बेकिस्तान से उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित भारतीय कंपनी मैरियन बायोटेक की दूषित खांसी की दवा (कफ सिरप) डॉक1 मैक्स के संबंध में खबरें आई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण व रसायन और उर्वरक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया के दिए गए निर्देशों के अनुरूप केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) 27 दिसंबर, 2022 से इस मामले को लेकर उज्बेकिस्तान के राष्ट्रीय दवा नियामक के लगातार संपर्क में है।
इस मामले की सूचना मिलते ही उत्तर प्रदेश औषधि नियंत्रण के अधिकारियों व सीडीएससीओ की टीम ने तत्काल दवा निर्माता कंपनी मैरियन बायोटेक के नोएडा विनिर्माण केंद्र का संयुक्त निरीक्षण किया। इस मामले में आगे की कार्रवाई निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी।
मैरियन बायोटेक, उत्तर प्रदेश औषधि नियंत्रक से एक लाइसेंस प्राप्त निर्माता कंपनी है। इसे निर्यात के उद्देश्य से डॉक1 मैक्स सिरप और टैबलेट के निर्माण की अनुमति है।
इस कफ सिरप के नमूने विनिर्माण परिसर से लिए गए हैं और परीक्षण के लिए चंडीगढ़ स्थित क्षेत्रीय औषधि परीक्षण प्रयोगशाला (आरडीटीएल) भेजे गए हैं।