सेना की मध्य कमान के कमांडर इन चीफ जनरल डिमरी हुए सेवा निवृत
—जोशीमठ से प्रकाश कपरूवाण–
सेना की मध्य कमान के कमांडर इन चीफ परम विशिष्ट सेवा मैडल, विशिष्ठ सेवा मैडल व सेवा मैडल से विभूषित ले0 जनरल योगेन्द्र डिमरी 39 वर्ष 2 महीने की लंबी सेवा के बाद मंगलवार को सेवानिवृत्त हो गए हैं।सैन्ट्रल कमांड मुख्यालय लखनऊ मे सेना के अधिकारियों व जवानों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी।
सीमान्त जनपद चमोली के जोशीमठ नगर के रविग्राम निवासी ले0 जनरल डिमरी सैन्य पृष्ठभूमि से आते हैं,इनके पिता स्व0 मेजर भुवन चन्द्र डिमरी सेना की गढ़वाल राइफल्स एवं ऑर्डिनेंस कोर में रहे हैं,इनके छोटे भाई नौ सेना मे व बहिन चिकित्सक के पद पर सेना मे सेवारत थे जबकि बहनोई सेना मे ही चिकित्सक के पद पर सेवारत हैं।
चालीस वर्षों तक देश की सेवा करने वाले उत्तराखंड के वीर सपूत जनरल योगेन्द्र डिमरी ने 17 दिसम्बर 1983 “द बम्बई सैपर्स”मे कमीशन प्राप्त किया,राष्ट्रीय सैन्य अकादमी पुणे व भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून मे प्रशिक्षण दौरान ऑर्डर ऑफ मैरिट मे सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने पर राष्ट्रपति स्वर्ण पदक से नवाजे गए।
सेना मे विशिष्ट सेवाओं के दौरान जनरल डिमरी ने पश्चिमी बार्डर असाल्ट इंजीनियर रेजीमेंट,इंजीनियर ब्रिगेड,लाइन ऑफ कंट्रोल पर इन्फेंट्री ब्रिगेड,काउंटर इन्फिल्टरेशन एवं काउंटर इंसरजेंसी ऑपरेशन मे काउंटर इंसरजेंसी फोर्स के साथ रेगिस्तान मे स्ट्राइक कोर का नेतृत्व किया।
जनरल योगेन्द्र डिमरी कंबोडिया के यूएस मिशन मे मिलट्री ऑब्जर्वर के रूप मे भी कार्यरत रहे।
जनरल योगेन्द्र ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से बीएससी व बीटेक की उपाधि हासिल करने के बाद मद्रास विश्वविद्यालय से रक्षा अध्ययन मे स्नातकोत्तर तथा राष्ट्रीय विश्वविद्यालय ढाका-बांग्लादेश से रक्षा एवं युद्धनीतिज्ञ बिषय से पीजी किया,इन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से ही रक्षा अध्ययन मे एमफिल की उपाधि हासिल की।
जनरल डिमरी की माता जी दमयंती डिमरी अधिकांश समय अपने मूल निवास रविग्राम-जोशीमठ मे ही रहती हैं,पत्नी निधि डिमरी विभिन्न स्कूलों व आर्मी स्कूल मे पीजीटी रसायन की शिक्षिका रही हैं, पुत्र मैत्रेय डिमरी अभियंता स्नातक हैं और वर्तमान मे साफ्टवेयर कंपनी मे मैनेजर पद पर कार्यरत है।