लावारिश शव की पहचान तो हुयी मगर उसके घर का पता नहीं चला
-पोखरी से राजेश्वरी राणा –
सिमखोली के जंगल मे कल मिले अज्ञात व्यक्ति के शव की खबर इंटरनेट पर वाइरल होने से शव की पहिचान तो हुई है, परन्तु कोई आईडी न होने से यह पता नही चल रहा है कि है, कि कहां का रहने वाला है। इस व्यक्ति के हाथ पर रामकृष्ण लिखा हुआ है ।
इस लावारिश व्यक्ति के बारे मे राजस्व उपनिरीक्षक मोहन सिंह विष्ट ने बताया कि यह व्यक्ति लावारिश स्थिति मे तीन धारा में होटलो मे खाना मांगकर अपना पेट पालता था। यही नही कई बार वहां के लोग उसे मार-पीट कर भगाते रहते थे। लेकिन वह फिर वही घूम फिर कर आता रहता था। वहां पर एक होटल संचालक को उस पर रहम आया तो वह उसे अपने ही होटल मे तीन-चार महिने से खाना खिलाता रहता था।
बिष्ट ने बताया की होटल मालिक की हृदय गति रुकने से मौत हो गयी तो उसका ससुर बलबीर सिंह ग्राम निवासी खन्नी(पोखरी) ने दामाद की मौत के बाद होटल बंद कर दिया तो इस लावारिस व्यक्ति को दयाभाव के कारण उसे अपने घर ग्राम खन्नी ले था।
उन्होने राजस्व उप निरीक्षक को बताया कि इस व्यक्ति का मानसिक संतुलन सही नही था और वह गुरुवार को उनके घर से घूमने निकला तो वापस नहीं लौटा। इस पर उन्होने आस पड़ोस मे काफी ढूड खोज की तो नही मिला। बाद में घसियारियों को वह सिमखोली के जंगल मे मृतक अवस्था मे मिला। मृतक का शव जब इंटरनेट पर वाइरल हुआ तो बलबीर सिंह ने शव की पहिचान कर संबंधित राजस्व उप निरीक्षक एम एस बिष्ट को फोन से जानकारी दी। उन्होने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार करवा दिया जायेगा।