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पिंडर घाटी की लावारिश तहसीलें ; पटवारी से लेकर एस डी एम तक का टोटा; प्रशासन राम भरोसे

 

-रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट-
थराली, 2 फरबरी। पिंडर घाटी की तहसीलों का आने वाले दिनों में कौन अधिकारी संचालन करेगा एक बड़ा प्रश्न बन कर रह गया है। अधिकारियों की आमद कम होने के कारण पहले से यहां के नागरिकों को तमाम तरह की दिक्कतों से दो चार होना पड़ रहा था।अब इन दिक्कतों में और भी इजाफा हो सकता है।

पिंडर घाटी में सब डिवीजन थराली के अंतर्गत तहसील नारायणबगड़ एवं देवाल आते हैं। पिछले 4 माह पहले थराली में तैनात उपजिलाधिकारी रविन्द्र जुवांठा का हरिद्वार स्थानांतरण कर दिया गया था। तब से थराली सब डिवीजन के साथ ही नारायणबगड़ एवं देवाल तहसीलों का संचालन थराली में तैनात प्रभारी तहसीलदार प्रदीप नेगी के द्वारा किया जा रहा था। परंतु 31 जनवरी को राजस्व परिषद के द्वारा सामान्य लोकसभा चुनावों का हवाला देते हुए उनका भी स्थानांतरण उत्तरकाशी जिले के लिए कर दिया गया हैं।

पहले से ही पिंडर घटी की तीनों तहसीलों में पटवारी से लेकर एसडीएम तक का टोटा पड़ा हुआ है। ऊपर से प्रभारी तहसीलदार का भी स्थानांतरण कर दिए जाने से प्रशासनिक व्यवस्था लड़खड़ाने का अंदेशा बनने लगा हैं। संपूर्ण सब डिवीजन थराली की बात की जाएं तो यहां पर कुल 18 राजस्व उपनिरीक्षक क्षेत्र बनाए गए हैं। जिनमें से वर्तमान में 7 राजस्व उपनिरीक्षक थराली तहसील के अंतर्गत देवराड़ा, देवाल तहसील के मंदोली एवं ग्वालदम व नारायणबगड़ के अंतर्गत असेड़ सिमली,पंती,गड़कोट व जाख पाटियों के पद लंबे समय से रिक्त चलें आ रहें हैं।

इसी तरह यहां पर तीन थराली, देवाल एवं नारायणबगड़ राजस्व निरीक्षक क्षेत्रों में से दो नारायणबगड़ एवं देवाल में राजस्व निरीक्षकों के पद भी लंबे समय से रिक्त पड़े हुए हैं। देवाल तहसील की बात की जाएं तों पिछले 2 वर्षों से यहां पर नायब तहसीलदार एवं राजस्व निरीक्षक के पद रिक्त चलें आ रहें हैं। देवाल तहसील मात्र कागजों में ही अस्तित्व में हैं। धरातल पर कोई भी तहसील स्तरीय अधिकारी मौजूद ही नही है।

अब सब डिवीजन थराली में तैनात प्रभारी तहसीलदार का स्थानांतरण कर दिए जाने के बाद तहसील थराली में भी प्रभारी तहसीलदार के साथ ही नायब तहसीलदार का पद भी रिक्त हो चुका हैं। क्यूं कि दोनों ही पदों का निर्वहन एक ही अधिकारी के द्वारा किया जा रहा हैं।आज की स्थिति में थराली में भी कोई भी तहसील स्तरीय अधिकारी नही रह गया हैं।

पहले से ही अधिकारियों की कमी से जूझ रहे पिंडर घाटी तहसील प्रशासन से अधिकारियों को स्थानांतरित कर दिए जाने एवं उनके स्थान पर लंबे समय तक नई तैनाती नही किए जाने का सीधा प्रभाव आम जनता के कार्यों के संपादन पर पड़ रहा हैं। प्रभारी तहसीलदार के नवीन तैनाती पर चले जाने के बाद पिंडर घाटी के तीन तहसीलों का संचालन कौन अधिकारी करेंगे।इस संबंध में कोई भी कुछ कहने की स्थिति में नही हैं।
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प्रदेशभर में तहसीलदारों,नायब तहसीलदारों, राजस्व निरीक्षक की कमी है तो सरकार को चाहिए कि नायब तहसीलदारों को तहसीलदारों, राजस्व निरीक्षकों को नायब तहसीलदारों, सीनियर राजस्व उपनिरीक्षक को राजस्व निरीक्षकों के पदों पर पदोन्नति देकर प्रशासनिक ढांचे को मजबूत किया जा सकता है। पिंडर घाटी में प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतरने की आशंका है। पिछले 4 माह से उपजिलाधिकारी थराली का पद रिक्त पड़ा हुआ है। यहां पर तैनात प्रभारी तहसीलदार को भी स्थानांतरण कर देने से व्यवस्था खराब हो सकती हैं। जल्दी एसडीएम, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार के पदों को नही भरा गया तो मजबूरन आंदोलन छेड़ना पड़ेगा।
देवी दत्त कुनियाल
अध्यक्ष
बार एसोसिएशन थराली

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