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चमोली गढ़वाल के पोखरी ब्लाक के सुदूर नैल-नौली क्षेत्र में देवन्द्र नेगी उगा रहे हैं हरा सोना

 –राजेश्वरी राणा

चमोली गढ़वाल के पोखरी ब्लाक के सूदूरवर्ती नैल-नौली गांव के देवेन्द्र सिंह नेगी ने पिछड़ेपन के कारण रहे अपने खेतों से आधुनिक तरीके से लाखों रुपये मूल्य की सब्जियां उगा कर पलायन के लिये मजबूर युवाओं को रास्ता दिखाने के साथ ही पलायन और पर्वतीय क्षेत्र के विकास पर कोरी कागजी योजनाएं बनाने वालों को भी आईना दिखा दिया है। इस वक्त वह सब्जी एवं फलोत्पादन से लगभग 4 लाख रुपये से अधिक की कमाई कर गरीबी को ठेंगा दिखा रहे हैं।

पोखरी विकास खण्ड के नौली गांव निवासी देवेन्द्र सिंह नेगी   वैज्ञानिक तरीके से फलों और सब्जियों का उत्पादन कर हर वर्ष 4 लाख रूपये की आमदनी कमा  रहे हैं तथा पलायन और कोरोना महामारी के लाकडाउन के दौर में पढ़े लिखे बेरोजगार नौजवानों और उन लोगों के लिये प्रेरणास्रोत बने हुये है जो कहते हैं कि पर्वतीय क्षेत्रों में काश्तकारी करना घाटे का सौदा है।

नौली गांव निवासी देवेन्द्र सिंह नेगी स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी करने के बाद 1982 में नौकरी की तलाश में  मुम्बई  चले गये और वहां  शेयर मार्केट का काम करने लगे , लेकिन उनका मन  नौकरी करने  में कम और  कुछ अलग ही करने के लिये हमेशा उत्साहित रहता था,  लिहाजा 2004 में वह शेयर मार्केट का काम  छोड़कर अपने गांव नौली वापस आ गये और अपने परिवार के साथ खेती करने लगे। इस दौरान उन्हें उद्यान विभाग के माध्यम से सब्जियों एवं फलोत्पादन को बढ़ावा देने के लिये सरकार की तरफ से चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी मिली और उनका झुकाव फलोत्पादन और सब्जी उत्पादन काश्तकारी की ओर बढ़ा।

 

2008  में उन्हें उद्यान विभाग के माध्यम से  आत्मा योजना के तहत अन्तर्राजयीय कृषक भ्रमण कार्यक्रम के तहत हिमाचल के सोलन व नौनी जाने का मौका मिला इसके बाद भारतीय भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान  नई दिल्ली, पूसा इंस्टीट्यूट में प्रशिक्षण का मौका मिला. जहां उन्हें  कृषि वैज्ञानिकों से वैज्ञानिक और आधुनिक तरीकों से  फलोत्पादन और सब्जियों के उत्पादन की महत्वपूर्ण जानकारियां सीखने को मिली।

इसके बाद उन्होंने  उद्यान विभाग के सहयोग से एच एम एन ई एच योजना के तहत राज्य साहयता पर 200वर्ग मीटर पाली हाउस लगाकर सब्जी उत्पादन शुरू किया ,पहले पहले देवेन्द्र नेगी को  वर्ष भर में 20 से 25 हजार रुपये की कमाई होती थी , 2012-13 में जब से देवेन्द्र नेगी ने  वैज्ञानिक और आधुनिक तकनीक से फलोत्पादन और सब्जी उत्पादन शुरू किया तब से उन्हें 4 लाख रुपये की सालाना आय प्राप्त हो रही है ।  देवेन्द्र नेगी वर्तमान में करीब 100 नाली से ज्यादा भूमि में शिमला मिर्च आलू टमाटर कदू, मटर, खीरा, बन्द गोभी, फूल गोभी, ब्रोकली, बैंगन, मूली, प्याज, धनिया, संतरा, नारंगी, कीवी, फल और गुलाब सहित तमाम सब्जियों ,फलों और फूलों का  उत्पादन कर रहे हैं तथा पोखरी, चमोली, गोपेश्वर और रुद्रप्रयाग के बाजारों में इनकी बिक्री कर रहे हैं ।  देवेन्द्र नेगी को फलोत्पादन और सब्जी उत्पादन में बेहतरीन कार्य करने पर 2013 में कांग्रेस सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा द्वारा 51 हजार रुपये का पुरुस्कार देकर सम्मानित किया गया तो 2013 में ही वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उस समय गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुये बेहतर काश्तकारी के लिये 51 हजार रुपये की राशि से पुरुस्कृत किया गया ।  2013  में ही तत्कालीन जिलाधिकारी एस मुरुगेशन ने देवेन्द्र नेगी को उनकी बेहतरीन काश्तकारी के लिये 25 हजार रुपये की राशि से पुरुस्कृत किया गया ,यही नहीं पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय से भी देवेन्द्र नेगी को 2013 में प्रगतिशील कृषक का अवार्ड मिला ।  2020-21 में  मुनि की रेती ऋषिकेश में आयोजित अंतरराष्ट्रीय  कृषि काश्तकारी प्रदर्शनी में देवेन्द्र नेगी के आलू और टमाटर प्रथम आये और इन्हें काश्तकारी के क्षेत्र में  दो अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार  मिले ।  देवेन्द्र नेगी ने अब मत्स्य पालन भी शुरू कर दिया है ।

मत्स्य विभाग द्वारा मछली उत्पादन हेतू इन्हें दो तालाब बनाकर दिये गये है. जिनमें इन्होंने ट्राट मछली का उत्पादन शुरू कर दिया है देवेन्द्र नेगी का कहना है कि इन्हें काश्तकारी और मछली उत्पादन को बढ़ावा देने के लिये  मुख्य  उद्यान  अधिकारी बलदेव सिंह और  मत्स्य विभाग के  अधिकारी जगदम्बा प्रसाद  द्धारा पूरा विभागीय   सहयोग मिला रहा है  उद्यान विभाग द्वारा  इन्हें सिंचाई हेतू स्प्रिंकलर और ड्रिप सिंचाई की नई टेक्नोलॉजी भी उपलब्ध करायी गयी है, जिससे इनका फलों और सब्जियों का उत्पादन और बढ़ सके। साथ ही 2019।20 में मिशन  योजना के तहत उद्यान विभाग द्धारा  इन्हें 104 कीवी फलपौध तथा जंगली जानवरों से हो रहे फसलों की  नुकसान की सुरक्षा हेतू  चैन लिंक्ड फैन्सिग उपलब्ध करायी है इसके अतिरिक्त एन्टी हेलनेट और अन्य सुविधाएं भी प्रदान की है ।  देवेन्द्र नेगी अपने इस कार्य से बेहद सन्तुष्ट है । पलायन और कोविड महामारी के इस दौर में वे क्षेत्र के  पढ़ें लिखे नौजवानो और काश्तकारों  के लिये प्रेरणा के स्रोत बने हुये है, कि वे भी घर में रहकर काश्तकारी कर अच्छा खासा स्वरोजगार प्राप्त कर सकते हैं ।  पहाड़ों में काश्तकारी करना घाटे का सौदा नहीं है । देवेन्द्र नेगी के इस सराहनीय कार्य के लिये प्रमुख प्रीती भण्डारी, नगर पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद पंत, ज्येष्ठ प्रमुख पूरण नेगी,ब्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष महेन्द्र प्रकाश सेमवाल, ब्लाक अध्यक्ष मंगल सिंह नेगी, कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष कुंवर सिंह चौधरी, नगर अध्यक्ष सन्तोष चौधरी, भाजपा नेता रमेश चौधरी, सहित तमाम क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने प्र्रदेश के मुख्यमंत्री  से इन्हें पुरुस्कार देने की मांग की है ।

 

 

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