जिलाधिकारी पौड़ी ने किया कोटद्वार में मालन नदी पर क्षतिग्रस्त हुए पुल का स्थलीय निरीक्षण
कोटद्वार,13 जुलाई (शिवाली)। जिलाधिकारी आशीष चौहान ने वृहस्पतिवार को कोटद्वार में मालन नदी के ध्वस्त पुल का स्थलीय निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने आवागमन कनेक्टिविटी को बहाल करने के लिए तात्कालिक वैकल्पिक और दूरगामी दोनों नजरिए से पुल निर्माण के लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिएउन्होंने पुल और पिलर्स का सही डिजाइन तथा मजबूत निर्माण हेतु तकनीकी विशेषज्ञ की सहायता लेने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देशित किया कि मालन नदी के साथ-साथ अन्य नदियों के सभी पुलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नदी के पानी को मध्य भाग में डाइवर्ट किया जाए। उन्होंने वैकल्पिक आवागमन कनेक्टिविटी हेतु कण्वाश्रम वाले रूट पर यातायात को डाइवर्ट करने को कहा।यातायात के वैकल्पिक कण्वाश्रम रूट पर हाथी व वन्यजीवों से सुरक्षा की दृष्टिगत पेड़ व झाड़ियों की लॉपिंग करने के साथ-साथ लगातार पहरा देने के वन विभाग को निर्देश दिए। इसके अलावा वैकल्पिक रूट पर आवश्यकतानुसार सौर स्ट्रीट लाइट लगाने के भी उप जिलाधिकारी, उरेडा विभाग तथा नगर निगम को निर्देश दिए। कण्वाश्रम रूट पर मेडिकल टीम के साथ एंबुलेंस और लोगों को जरूरी सुविधाएं देने के लिए राहत कैंप स्थापित करने के भी उप जिलाधिकारी को निर्देश दिए। फैक्ट्रियों में, बाजार में तथा सामान्य जनमानस के लिए जाने वाली सामग्री व वस्तुओं की आवाजाई में किसी भी तरह का अवरोध ना हो, इसको सुनिश्चित करने को कहा। जिलाधिकारी ने पुल कॉलेप्स होने के दौरान लापता बताए जा रहे लोगों के सर्च ऑपरेशन में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि सर्च ऑपरेशन टीम में सदस्यों की संख्या बढ़ाई जाए। नदी के दोनों तरफ सर्च ऑपरेशन चलाया जाए। आवश्यकता पड़ने पर उत्तर प्रदेश (नजीबाबाद) प्रशासन से भी सर्च ऑपरेशन में सहायता ली जाए। उन्होंने लापता लोग कौन-कौन थे और उनकी पहचान सुनिश्चित करने के लिए उनसे संबंधित आईडी, फोटोस तथा विवरण प्राप्त करने को कहा। उन्होंने प्रसन्न डबराल के परिजनों से मुलाकात करते हुए उनको शासन, प्रशासन की ओर से हरसंभव सहायता देने का भी आश्वासन दिया।