सिल्क्यारा सुरंग हादसा : बहुत मोटे पाइपों से फंसे मजदूरों को बाहर निकालने का प्रयास शुरु
उत्तरकाशी, 14 नवंबर। सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास किये जा रहे हैँ। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में बचाव उपकरनों के साथ केंद्र और राज्य सरकार के 160 बचाव कर्मी दिन रात जुटे हुए हैँ।
राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र की विग्यप्ति के अनुसार विशेषज्ञों के परामर्शानुसार फंसे हुये व्यक्तियों तक पंहुचने वह उन्हें सुरक्षित निकालने के लिये। हरिद्वार से 900 मिमी व्यास के एमएस स्टील पाइप पहुँच गये है, स्टील पाइप को सफलतापूर्वक लगवाये जाने एवं सहायता के लिये सिंचाई विभाग की विशेषज्ञ टीम परियोजना स्थल पर पहुँच गयी है।
घटना स्थल पर स्टैजिंग एरिया एक्टिवेट किया गया जहां पर वॉर्टिकल ड्रिल मशीन, हॉरिजेंटल ड्रिल मशीन सॉफ्ट किटिंग मशीन उपलब्ध vec vec 6 | साथ ही सुरंग के बाहर 03 पोकलेण्ड, 02 जेसीबी, 6 ट्रक. 01 हाईड्रा. 02 लोडर तैनात है। 04 पोकलेण्ड, 03 सॉर्ट क्रीटिंग मशीन, 02 बूमर, 02 हाईड्रा. 02 ट्रक उपलब्ध है।
उक्त के दृष्टिगत खोज-बचाव कार्यों हेतु पुलिस / एन०डी०आर०एफ० / एस०डी०आर०एफ०/आई०टी०बी०पी० मातली / सीमा सड़क संगठन / स्वास्थ्य विभाग / त्वरित कार्यवाही दल आदि दल राहत बचाव उपकरणों के 160 राहत कर्मी तैनात है।घटना स्थल पर भू-वैज्ञानिक टीम तैनात है जिसके द्वारा सर्वेक्षण किया जा रहा है।उक्त स्थान पर अन्य अधिकारियों / कार्मिकों की शिफ्टवार तैनाती की गयी है।
जनपद स्तरीय संसाधनों सहित सम्बन्धित विशेषज्ञों से विमर्श कर एन०एच०ए०आई०. आर०बी०एन०एल०. एन०एच०सी०एल०, L&T. टी०एच० डी०सी०. ची०आर०ओ० एवं एन०एच०आई०डी०सी०एल० के तकनीकी एवं अन्य संसाधनों के सहयोग से टनल के अन्दर आये मलवे को मशीनरी से युद्ध स्तर पर हटाया जा रहा है तथा भूस्खलन वाले भाग के पास सॉटक्रीटिंग का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही उपस्थित विशेषज्ञों के परामर्श से फंसे मजदूरों तक पहुँचने हेतु मलवा हटाकर सेटरिंग प्लेट आदि के माध्यम से सुरक्षित रास्ता (ESCAPE PASSAGE) तैयार किये जाने की कार्यवाही की जा रही है।
एन०एच०आई०डी०सी०एल० द्वारा अवगत कराया गया है कि सुरंग के अन्दर फंसे मजदूरों / के पास पानी, भोजन, ऑक्सीजन, बिजली सभी उपलब्ध हैं. तथा सभी फंसे हुये मजदूर / कार्मिक सुरक्षित हैं।
जिला पूर्ति अधिकारी, उत्तरकाशी के माध्यम से भोजन / ठहरने आदि की व्यवस्था की जा रही है। टेलाईट फोन एवं प्रकाश व्यवस्था भेजी गयी है एवं ड्रोन कैमरा से सर्वेक्षण किया गया है।
घटना स्थल से 05 किमी0 की दूरी पर स्थान स्थालना के पास अस्थायी हैलीपैड निर्माण किया गया vec epsilon तथा चिन्यालीसौड हैलीपैड भी राहत कार्यों हेतु एक्टिव / चिन्हित किया गया है।