अग्निवीर भर्ती के लिए ऑफ लाइन प्रमाणपत्र की अनिवार्यता समाप्त करने की मांग
–थराली से हरेंद्र बिष्ट-
सेना के अग्निवीर की भर्ती में सम्लित होने वाले युवाओं को ऑनलाइन के साथ ही आॅफलाइन बनें चरित्र प्रमाण की अनिवार्यता को समाप्त करने के लिए थराली के विधायक भूपाल राम टम्टा ने केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट को एक पत्र लिखा है
दरअसल अग्निवीर योजना के तहत इसी माह आने वाले दिनों में उत्तराखंड राज्य में भी भर्ती शिविरों का आयोजन प्रस्तावित है। इसमें युवाओं से अन्य दस्तावेजों के अलावा आॅफलाइन चरित्र प्रमाण पत्र मांगे जा रहे हैं।जिसे प्राप्त करने के लिए युवाओं एवं उनके परिजनों को दर-दर भटकने पर मजबूर होना पड़ रहा हैं।
इसकी जानकारी मिलते ही थराली के विधायक भूपाल राम टम्टा ने केंद्रीय रक्षा मंत्री को एक पत्र भेजा है। जिसमें विधायक ने कहा हैं कि अग्निवीर भर्ती में सामिल होने वाले युवाओं ने पहले ही अपने चरित्र प्रमाण पत्र आॅनलाइन बना लिए है। नियमानुसार इस प्रमाण पत्र की वैधियता 6 माह होती हैं। बावजूद इसके सेना भर्ती कार्यालय के द्वारा कथित तौर पर भर्ती होने के इच्छुक युवाओं से अतिरिक्त रुप से पुलिस अथवा राजस्व पुलिस से ऑफलाइन चरित्र प्रमाण पत्र भी मांगे जा रहे हैं। जिन्हें प्राप्त करने के लिए युवाओं को ऑनलाइन चरित्र प्रमाण पत्र की प्रक्रिया की तरह ही गुजरना पड़ रहा हैं। पत्र में कहा है कि वर्तमान में राज्य में आपदाओं का दौर चल रहा हैं। ऐसे में आसानी के साथ एक ही प्रमाण पत्र को प्राप्त करने में युवाओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं। उन्होंने मंत्री से ऑनलाइन चरित्र प्रमाण पत्र के जरिए ही युवाओं को भर्ती में सामिल करवाने के निर्देश जारी करने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने मांग की है।
विधायक टम्टा ने बताया कि ऑफलाइन चरित्र प्रमाण पत्रों के संबंध में उन्होंने जिलाधिकारी चमोली एवं पुलिस अधीक्षक चमोली से वार्ता कर आॅफलाइन की प्रक्रिया को सरल करने को कहा गया है। ताकि युवाओं को अनावश्यक भटकना ना पड़े।