भटनगर सिंचाई लिफ्ट पंप योजना के ठप्प रहने से कास्तकारों के सामने सिंचाई का घोर संकट
गौचर, 4 जून(दिग्पाल गुसाईं)।
जनपद चमोली के गौचर में अलकनंदा नदी के तट पर निर्मित लघुठाल विभाग का भटनगर सिंचाई लिफ्ट पंप योजना के लंबे समय से ठप्प रहने से कास्तकारों के सामने सिंचाई का घोर संकट पैदा हो गया है।
नब्बे के दशक जब पनाई सेरे की जमीन का सीना चीर कर हवाई पट्टी बनाने का कार्य शुरू किया तो इससे सिंचाई गूलें भी हवाई पट्टी में समाहित हो जाने से आधी जमीन पर सिंचाई का घोर संकट पैदा हो गया था।इसकी पूर्ति करने के लिए सिंचाई लिफ्ट पंप योजना का निर्माण किया गया था।उ, प्र में रहते हुए हालांकि इस योजना की क्षमता कम थी लेकिन योजना सुचारू रूप से चलाई जाती थी।अलग राज्य बनने के बाद क्षेत्र के कास्तकारों ने इसकी क्षमता बढ़ाने के साथ साथ इसका विस्तार करने की मांग की।वर्ष 2004 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के कार्यकाल में सिंचाई मंत्री रही अमृता रावत ने कासतकारों की पीड़ा को समझा और कास्तकारों की मांग के अनुरूप कार्य करवाया तब उम्मीद की जा रही थी कि इस योजना का लाभ समय पर कास्तकारों मिल पाएगा लेकिन आज तक ऐसा नहीं हो पाया है।इस योजना का खराब रहना आम बात हो गई है। ताजुब तो इस बात का है भाजपा की सरकार में सतपाल महाराज दूसरे कार्यकाल में भी सिंचाई मंत्री हैं उनसे भी कई बार व्यवस्था सुधारने का निवेदन किया जा चुका है लेकिन नतीजा सिफर ही रहा।इन दिनों कास्तकारों को सिंचाई की सख्त जरूरत है और पंप कई दिनों से ठप्प पड़ा हुआ है। बताया तो यह भी जा रहा की पार्किंग का निर्माण कर रहे ठेकेदार की मशीनों ने पाइप लाइन को क्षतिग्रस्त कर दिया है। ताजुब तो इस बात का है खेती से अपनी आजीविका चलाने वाले कास्तकारों की फसल सूख रही है और विभागीय अधिकारी ठेकेदार से पाइप लाइन ठीक नहीं करवा पा रहे हैं।इस संबंध में जब लघुठखल विभाग के सहायक अभियंता को उनका पक्ष जानने के लिए फोन किया गया तो वे फोन उठाने को तैयार ही नहीं है। पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मुकेश नेगी, पूर्व मंडी समिति के अध्यक्ष संदीप नेगी, कांग्रेस नगर अध्यक्ष सुनील पंवार, महिला संगठन की अध्यक्ष विजया देवी आदि ने चेतावनी देते हुए कहा कि शीघ्र सिंचाई लिफ्ट पंप योजना चालू नहीं की गई तो शासन प्रशासन के खिलाफ आंदोलन चलाया। जाएगा।