गौचर मेले का पहला दिन काफी व्यस्तताओं से भरा रहा
-गौचर से दिगपाल गुसाईं –
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिन पर रावल देवता की पूजा व मार्च पास्ट के साथ शुरू हुए गौचर औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले का पहला दिन भारी व्यस्तताओं भरा रहा।
गौचर के विशाल मैदान में सात दिनों तक आयोजित होने वाले गौचर औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले के पहले दिन मेलाधिकारी उपजिलाधिकारी कर्णप्रयाग संतोष कुमार पांडेय ने पूर्व से चली परंपरा के अनुसार रावल देवता की पूजा से कार्यक्रमों की शुरुआत की। इसके पश्चात स्कूली छात्र छात्राओं ने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिन को बाल दिवस के रूप में विभिन्न वेश भूषा में प्रभातफेरी निकालकर धूमधाम से मनाया।
मेला अध्यक्ष जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने झंडारोहण कर मार्च पास्ट की सलामी ली। इसके पश्चात बालक बालिकाओं की प्रतियोगात्मक दौड़ व शिशु प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।इन तमाम कार्यक्रमों को निपटाने के बाद ही पूरा प्रशासनिक अमला मुख्यमंत्री के कार्यक्रम जुट गया। साढ़े ग्यारह बजे के आसपास पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मेले के मुख्य प्रवेश द्वार पर रीबन काटकर मेले का शुभारंभ किया। जहां से भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा उन्हें गाजे बाजे के साथ सांस्कृतिक मंच पर लाया गया।मंच पर विराजमान होने से उन्होंने सर्वप्रथम भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर उन्हें याद किया। इसके पश्चात उन्होंने मेले के संस्थापक गोविंद प्रसाद नौटियाल की मूर्ति पर पुष्प अर्पित किए लगभग एक घंटे तक मेला मंच में विराजमान होने के बाद जब मुख्यमंत्री एक बजे के आसपास मंच से रुखसत हुए तब जाकर प्रशासन ने राहत की सांस ली।इस तरह मेले का पहला दिन भारी व्यस्तताओं भरा रहा।