टिहरी के ओणी गांव में 20 देशों के मेहमान नजदीक से देखेंगे पहाड़ का रहन-सहन और संस्कृति
–By Usha Rawat
जी-20 देशों के प्रतिनिधि अपना एक दिन ओणी गांव में बिताएंगे, इसलिए आंगनबाड़ी केंद्रों को हाईटेक बनाया जा रहा है। सम्मेलन के दौरान नरेंद्रनगर के ओणी गांव में विदेशी मेहमान पहाड़ के ग्रामीण परिवेश और मॉडल गांव का दीदार करेंगे। ऋषिकेश से करीब 14 किमी की दूरी पर स्थित ओणी गांव में करीब दस करोड़ रुपये की लागत से विकास कार्यों किए गए हैं। गांव को उत्तराखंड की पारंपरिक शैली के मॉडल गांव के रूप में विकसित किया गया है। गांव में सौंदर्यीकरण के साथ ही घरों को पारंपरिक एपण कला के साथ अन्य सांस्कृतिक-परंपरा और पारंपरिक वेशभूषा से जुड़ी चित्रकारी से जीवंत किया गया है।
आंगनबाड़ी केंद्र के भवन को देखकर लोग काफी आकर्षित हो रहे हैं। पंचायत घर को भी बड़ी खूबसूरती के साथ तैयार किया जा रहा है। गांव के आंतरिक मार्गों पर इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाई गई हैं. गांव के घरों की पुताई कर उस पर पेंटिंग की जा रही है। उत्तराखंड की पारंपरिक वेशभूषा और दार्शनिक स्थानों को भी चित्र के माध्यम से दर्शाया जा रहा है।
नरेंद्रनगर में होने जा रही जी-20 की दूसरी एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप मीटिंग देवभूमि उत्तराखण्ड के लिए जी-20 की रामनगर में सफलतापूर्वक आयोजित चीफ साइंस एडवाइजर राउंडटेबल के बाद उत्तराखंड में दूसरी बैठक है है। यह उत्तराखण्ड जैसे भौगोलिक दृष्टि से अपेक्षाकृत छोटे राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि है। इस अवसर पर जी-20 देशों से आए विदेशी प्रतिनिधि (डेलीगेट्स) भी अपने साथ राज्य की नैसर्गिक सौन्दर्य, समृद्ध संस्कृति, अनूठे ग्रामीण जीवन के बेहतरीन अनुभव लेकर यहाँ से जाएंगे। राज्य में जी-20 के सम्मेलनों का आयोजन नए अवसर, नए अनुभव, अपनी पारम्परिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक विरासत, पर्यटन की क्षमताओं और सॉफ्ट पावर को अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करने का स्वर्णिम अवसर है।
ओणी गांव से पहले जी-20 देशों के प्रतिनिधियों को जहां मां गंगा के पावन तट पर होने वाली गंगा आरती से दिव्य और आत्मिक अनुभव होगा तो नरेंद्रनगर के ओनी गांव जाकर पहाड़ के गांव में रहने वाले लोगों के जीवन को नजदीक से समझने का अवसर भी मिलेगा। जी-20 की दूसरी एंटी करप्शन वर्किंग मीटिंग में अर्न्तराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी तंत्र को मजबूत करने पर गंभीर विचार विमर्श किया जाएगा।