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आसमान से आफत : थराली-देवाल ब्लॉकों के दहशतजदा ग्रामीणों ने अनिष्ठ की आशंका से पूरी रात आँखों में गुजारी

-रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट –

थराली, 18 अगस्त। आपदाग्रस्त थराली तहसील में मात्र 4 दिनों के अंदर ही एक बार फिर से थराली व देवाल विकासखंडों के बुग्यालों व ऊंचाई पर बसे गांवों के आसपास गुरुवार की रात 10 बजे के बाद तेज आसमनी बिजली की चमक के साथ दिलों को थर्रा देने वाली गर्जनाओं से पहले से ही दहशतजदा लोगों में और अधिक दहशत बढ़ा दी।

प्राणमती , पिंडर,कैल नदियों के साथ ही अन्य गधेरों व नालों में अचानक जलस्तर बढ़ जाने कारण इनके आसपास रह रहे लोगों में खौफ  काफी बढ़ गया था।लोगों ने अपने परिजनों के साथ पूरी रात आंखों में ही काटी। पिछले दिनों रौंद्र् रूप दिखा चुकी प्राणमती नदी के सेवित क्षेत्र रतगांव से लेकर थराली एवं देवाल के वांण गांव के साथ ही ऊंचाई पर बसें गांवों में काफी अधिक भय होनी की सूचना हैं।

थराली नगर क्षेत्र में थराली के उपजिलाधिकारी रविंद्र जुवांठा, तहसीलदार प्रदीप नेगी, थाने के प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र सिंह रावत अपने जवानों, कार्मिकों के अलावा अन्य विभागीय अधिकारियों के साथ लगातार तेज होती बारिश के साथ बेहद संवेदनशील पिंडर नदी के किनारे बसे थराली क्षेत्र में सर्च करने एवं लोगों को सतर्क रहने के लिए प्रेरित करने के लिए सड़कों पर उतर आए थे ।इस दौरान वे अधिकारी देवाल, थराली व नारायणबगड़ ब्लाकों के अपने अधिकारों, कर्मियों एवं आम लोगों के संपर्क में बने रहें।

यहां थराली बाजार,बुसेड़ी, सिमलसैण, थराली गांव केदारबगड़, राणीबगड़, बैनोली,चेपड़ो, रतगांव के अलावा आपदा की मार क्षेल रहें देवाल ब्लाक के वांण सहित अन्य संवेदनशील गांवों के लोगों ने अपनी पूरी रात आंखों में जाग कर गुजारी, लोग रातभर अपने लोगों की मोबाइल के जरिए कुशलक्षेप पूछते दिखे रात एक बजे बाद बारिश का जोर कुछ कम होने के बाद पुलिस, प्रशासन एवं आम लोगों ने कुछ राहत की तों सांस ले किंतु अधिकांश डरे-सहमे लोग जागते रहें, पिंडर का जलस्तर बढ़ने के कारण थराली से नारायणबगड़ व कर्णप्रयाग तक पिंडर के किनारे खासी दहशियत रहने की सूचना हैं।कल रात हुई अतिवृष्टि से कितना नुकसान हुआ इसका पूरा पता गुजरे समय के साथ सामने आएगा।

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