सुरंग में फंसे 40 लोगों को बाहर निकलने के लिए घटनास्थल पर उच्च क्षमता की ड्रीलिंग मशीनें स्थापित
-uttarakhandhimalaya.in-
उत्तरकाशी, 16 नवंबर । केंद्रीय नागर विमानन, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (रिटा.) वीके सिंह आज सिलक्यारा टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का निरीक्षण करने पहुंचे ।
विगत में फंसे व्यक्तियों के रेस्क्यू हेतु एस्केप टनल निर्माण किये जाने के प्रयासो को गति प्रदान करने के लिये उच्च क्षमता की ड्रीलिंग मशीनों को नई दिल्ली से वायु सेना के C1-30 एयरक्रॉफ्ट के माध्यम से चिन्यालीसौड हवाई पट्टी तक पहुंचाया गया है जहाँ से इन उपकरणों को घटना स्थल तक पहुंचाकर स्थापित किया जा चुका है। घटना स्थल पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गयी है और इन उपकरणों के संचालन हेतु विशेषज्ञों का दल भी घटना स्थल पर पहुँच चुका है।
सुरंग के अंदर कम्प्रेशर के माध्यम से निरन्तरता में ऑक्सीजन प्रवाहित की जा रही है और दबाव युक्त हवा के साथ भोजन सामग्री के छोटे-छोटे पैकेट भी फँसे हुये। व्यक्तियों तक पहुँचाये जा रहे हैं। फँसे हुये व्यक्तियों के साथ वॉकी-टॉकी के माध्यम से बातचीत की जा रही है और प्राप्त सूचना के अनुसार सभी व्यक्ति सुरक्षित हैं।
चिन्यालीसौड हवाई पट्टी में उप जिलाधिकारी, डुण्डा / अधिशासी अभियन्ता, निर्माण खण्ड लो०नि०वि० चिन्यालीसौड एवं पुलिस / अग्निश्मन आदि दल की तैनाती की गयी है एवं मशीन लोडिंग आदि हेतु जेसीबी आदि मशीनरी सहित अन्य आवश्यक व्यवस्था की गयी है।
जनपद उत्तरकाशी के यमुनात्रा राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरासू एवं बड़कोट के मध्य सिल्क्यारा के समीप निर्माणाधीन लगभग 4531 मी0 लम्बी सुरंग जिसका कि सिल्क्यारा की तरफ से 2340 मी० तथा बड़कोट की तरफ से 1600 मी० निर्माण हो चुका है. में दिनाँक 12 नवम्बर, 2023 की प्रातः 08:45 पर सिल्क्यारा की तरफ से लगभग 270 मीटर अन्दर लगभग 30 मीटर क्षेत्र में ऊपर से मलबा सुरंग में गिरने के कारण 40 व्यक्ति फँस गये थे। कार्यदायी संस्था एन एच. आई.डी.सी.एल. द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना के अनुसार फँसे हुये व्यक्तियो में से 02 उत्तराखण्ड के 01 हिमाचल का 04 बिहार के, 03 पश्चिम बंगाल के, 08 उत्तर प्रदेश के, 05 उड़ीसा के, 15 झारखण्ड के एवं 02 असम के हैं।