Front Page

उत्तराखंड में  63 मार्ग अवरूद्ध :  कुल 811 पेयजल योजनायें  हुईं क्षतिग्रस्त

लोक निर्माण विभाग, के अन्तर्गत आज कुल 42 मार्ग अवरूद्ध हुये तथा 53 मार्ग कल के अवरूद्ध थे अर्थात कुल 95 अवरूद्ध मार्गो में से 32 मार्गो को आज खोल दिया गया है। षेश 63 मार्ग अवरूद्ध है, जिसमें से 07 राज्य मार्ग, 02 मुख्य जिला मार्ग, 06 अन्य जिला मार्ग एवं 48 ग्रामीण मार्ग अवरूद्ध है। इसके अतिरिक्त पी0एम0जी0एस0वाई0 के अन्तर्गत आज 13 मार्ग अवरूद्ध हुये तथा 116 मार्ग कल अवरूद्ध थे अर्थात कुल 129 अवरूद्ध मार्गो में से आज 46 मार्गो को खोल दिया गया है, षेश 83 अवरूद्ध मार्गो को खोले जाने की कार्यवाही गतिमान है। वर्तमान में राश्ट्रीय राजमार्गो पर 0 मषीने, राज्य राजमार्गो पर 16 मशीने, मुख्य जिला मार्गो पर 12 मशीने,  अन्य जिला मार्गो पर 09 मशीने, तथा ग्रामीण मार्गो पर 66 मषीने, कुल 103 मशीने कार्य कर रही है। इसके अतिरिक्त पी0एम0जी0एस0वाई0 के मार्गो पर 75 मशीने लगायी गयी है।

जल संस्थान के अन्तर्गत आपदा से पेयजल योजनाओं के क्षतिग्रस्त होने पर तत्काल योजना से सुचारू जलापूर्ति उपलब्ध कराये जाने हेतु शाखाओं के अन्तर्गत कार्यरत प्रशिक्षित फिटर एवं बेलदार तैनात किये गये है। आपदा की स्थिति में, पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु विभिन्न शाखाओं में 71 विभागीय टैंकर उपलब्ध हैं एवं 219 किराये के पेयजल टैंकर चिन्हित है। राज्य के अन्तर्गत वर्ष 2022 में दैवीय आपदा/अतिवृष्टि से वर्तमान तक कुल 811 पेयजल योजनायें क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, जिनमें से 807 पेयजल योजनाओं में अस्थायी व्यवस्था से पेयजल आपूर्ति चालू कर दी गयी है तथा शेष 04 पेयजल योजनाओं को चालू किये जाने हेतु कार्यवाही प्रगति पर है। वर्तमान तक प्राप्त सूचनानुसार विगत 03 दिवस के भीतर दैवीय आपदा/अतिवृष्टि से 05 पेयजल योजनायें क्षतिग्रस्त हुई है, जिन्हें अस्थायी व्यवस्था से चालू कर दिया गया है।

ऊर्जा विभाग के अन्तर्गत राज्य के अधिकतर जनपदों में विद्युत आपूर्ति सुचारू है। जिला पिथौरागढ़ के धारचूला क्षेत्र में भारी वर्षा के कारण कुछ ग्रामों में विद्युत व्यवस्था बाधित चल रही है। जिसमें विभाग द्वारा विद्युत सुचारू करने हेतु कार्य गतिमान है। वर्तमान तक राज्य में कुल 77 ग्रामों में विद्युत बाधित थी। जिसमें से 64 ग्रामों की विद्युत आपूर्ति पूर्णरूप से सुचारू कर दी गई हैं। शेष 13 ग्रामों में विद्युत आपूर्ति हेतु कार्य किया जा रहा है।

विगत 24 घंटे में एसडीआरएफ द्वारा किये गए रेस्क्यू कार्य का विवरण।
1. थाना मुनीकिरेती, ऋषिकेश से सूचना प्राप्त हुई कि दयानंद घाट पर एक व्यक्ति डूब गया है। उक्त सूचना पर एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम द्वारा घटनास्थल पर पहुॅचकर गहन सर्चिंग की गई। परन्तु उक्त व्यक्ति का कुछ पता नही चल पाया।

2. श्री हेमकुण्ड दर्शन से वापिस आते समय कुछ यात्री अंधेरा होने व प्रतिकूल मौसम के कारण रास्ते में फंस गए। एसडीआरएफ जवानों द्वारा यात्रियों हेतु प्रकाश की समुचित व्यवस्था करते हुए सुरक्षित घांघरिया पहुॅचाया गया।
3. जनपद चमोली के लामबगड़ में बरसाती पानी के कारण मार्ग अवरूद्ध होने के कारण कुछ यात्री वही फंस गए। एसडीआरएफ जवानों द्वारा वैकल्पिक रास्तों से होते हुए अपने पर्यवेक्षण में सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाला।
4. जनपद चमोली के लामाबगड़ में मार्ग अवरूद्ध होने के कारण बद्रीनाथ से 02 मरीजों को लेकर आ रही एम्बुलैंस वही फॅस गयी। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ टीम द्वारा तत्काल मौके पर पहुॅचकर वैकल्पिक रास्ते से स्ट्रैचर के माध्यम से होते हुए इस ओर लाया गया तथा दूसरी एम्बुलैंस के माध्यम से जोशीमठ अस्पताल भिजवाया।
5. मनसा देवी, हरिद्वार में मॉक ड्रिल में एसडीआरएफ द्वारा प्रतिभाग कर अन्य बचाव एजेंसियों से समन्वय स्थापित कर राहत एवं बचाव कार्य किया साथ ही अपनी कार्यकुशलता व  निपुणता का भी प्रदर्शन किया।

परिवहन विभाग के अन्तर्गत क्षेत्रीय कार्यालय की आपदा सम्बन्धी तैयारी- राज्य के सभी परिवहन कार्यालयों के अधिकारी/कर्मचारियों को आपदा की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए हाई अलर्ट पर रखते हुए हर समय अपने मोबाइल आनॅ रखने हेतु निर्देशित किया गया है ताकि अपरिहार्य परिस्थितियों में सम्बंधित से सम्पर्क किया जा सके।
आपदा राहत कार्य हेतु वाहनो की मांग- अभी तक आपदा राहत हेतु किसी भी जिला प्रशासन द्वारा किसी भी परिवहन कार्यालय को वाहन की मांग प्रेषित नहीं की गई है।

स्वास्थ्य विभाग के अन्तर्गत चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग उत्तराखण्ड द्वारा राज्य के समस्त जनपदों में 24×7 चिकित्सा उपचार करने हेतु पूर्ण व्यवस्था की गयी है। प्रत्येक जनपद में स्थापित सभी चिकित्सालयों में चिकित्सक. पैरामेडिकल. अन्य स्टॉफ एवं औशधियॉ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। 108 एम्बुलेंन्स (24×7)/विभागीय एम्बुलेंन्स प्रत्येक जनपद में आवष्यकतानुसार तैनात है। साथ ही  विभाग द्वारा जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकरियों के माध्यम आपदा की स्थिति में प्रत्येक जनपदों में नोडल/सहायक नोडल अधिकारी तैनात किये गये है।

वन विभाग  के अन्तर्गत दिनांक 05.08.2022 को समय लगभग अपराह्न 3ः45 बजे अपर सचिव, यू.एस.डी.एम.ए. महोदय जी द्वारा दूरभाष पर सूचना दी गयी कि जनपद देहरादून में मसूरी वन प्रीाग के अन्तर्गत सम्राट महाराणा प्रताप चौक, रायपुर से 200 मी0 आगे मालदेवता मोटर मार्ग पर 01 पेपर मलबेरी का वृक्ष गिर गया है। सूचना प्राप्त होने पर वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा सायं 5ः00 बजे गिरे वृक्ष को मार्ग से हटा दिया गया।
प्रदेश के अन्य क्षेत्रों से इस प्रकार की अन्य कोई सूचनायें प्राप्त नहीं हुई हैं। दिनांक 06.08.2022 को देहरादून शहर एवं आस-पास के आबादी वाले क्षेत्रों से वन विभाग के रेस्क्यू टीम द्वारा अलग-अलग प्रजातियों के 05 सर्पों का रेस्क्यू किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!