सील्ड स्टोन क्रशर के रातोंरात गायब होने का मुद्दा प्रेस कॉन्फ्रेंस में छाया
गोपेश्वर, 20 नवंबर (गुसाईं एम) । गौचर औद्योगिक और सांस्कृतिक विकास मेले के उत्तरार्द्ध में मंगलवार को आयोजित पत्रकार सम्मेलन में जिले में अवैध खनन और विभागीय कार्यवाही का मुद्दा छाया रहा। पत्रकार वार्ता आमतौर पर सात दिवसीय मेले के मध्य में होती थी, इस बार यह आयोजन उत्तरार्द्ध में हुआ।
पत्रकार वार्ता के दौरान नंदानगर स्थित घूनी- पडेरगांव पेरी मोटरमार्ग पर खनन विभाग चमोली द्वारा सीज मोबाइल स्टोन क्रशर और भंडारण की गई अवैध खनन सामग्री की वस्तुस्थिति और विभाग द्वारा की गई कार्यवाही के बारे ने जब पत्रकारों ने चमोली की ज़िला ख़ान अधिकारी नाज़िया हसन से जानकारी माँगनी चाही, तो वह पत्रकारों पर ही बिफर पड़ी।
पहले तो ख़ान अधिकारी ने कार्यवाही का मामला तत्कालीन डीएम के ऊपर डाल दिया, लेकिन जब सील क्रशर ग़ायब होने की बात सामने आई तो,ज़िला ख़ान अधिकारी ने कहा कि उन्हें इस संबंध में जानकारी नहीं हैं। वह मामलें की जाँच करवायेंगी।
पत्रकार सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे चमोली ज़िले के अपर जिलाधिकारी विवेक प्रकाश ने ज़िला ख़ान अधिकारी के इस ग़ैर जिम्मेदाराना बयान को लेकर काफ़ी नाराजगी जताई।
उन्होंने कहा कि सबंधित विभाग को जानकारी रखनी चाहिए कि उनके द्वारा सीज की गई संपत्ति की वस्तुस्थिति क्या हैं। सरकारी सील तोड़ रातो रात क्रशर गायब होने की बात पर उन्होंने ख़ान अधिकारी को संबंधित के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज करवाने के भी निर्देश दिए।
हैरानी की बात यह रही कि खनन अधिकारी के पास इस बहुचर्चित मामले की कोई जानकारी ही नहीं थी। उल्टे वह पत्रकारों से ही उलझ गई और जब मामला तूल पकड़ गया तो उन्होंने पूर्व अधिकारी के सिर मढ़ दिया। अपर जिलाधिकारी के हस्तक्षेप के बाद मामला पटरी पर आया। गौरतलब है कि जिले में अवैध खनन को लेकर कई घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं लेकिन विभागीय कार्यवाही सिर्फ कागजों तक सीमित रहने से प्रशासन की किरकिरी हो गई।