करन माहरा ने कहा किउत्तराखण्ड के हाल देख कर शहीदों की आत्माओं को बहुत कष्ट हो रहा होगा
–उत्तराखंड हिमालय ब्यूरो –
देहरादून, 1 सितम्बर ।उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में पीसीसी अध्यक्ष करन माहरा ने खटीमा में राज्य आन्दोलन में शहीद हुए आन्दोलनकारियों को याद करते हुए उन्हें श्रद्वासुमन अर्पित किये। उन्होंने राज्य आन्दोलन में शहीद हुए लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड राज्य की जो परिकल्पना आन्दोलनकारियों ने की थी वह अभी भी अधूरी है।
उन्होंने कहा कि राज्य आन्दोलनकारियों के साथ तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जो बर्बरतापूर्ण व्यवहार किया गया उसे कभी भुलाया नही जा सकता है। श्री माहरा ने कहा कि राज्य आन्दोलन के आन्दोलनकारियों की शहादत को उत्तराखण्डवासी कभी भुला नही सकते। माहरा ने कहा कि शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए एक बार फिर प्रखर आन्दोलन करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि आज जिस तरह उत्तराखण्ड राज्य में खनन, भू और शराब माफियाओं का बोलबाला है उससे यह निश्चित है कि स्वर्ग में बैठे हुए शहीदों की आत्माओं को बहुत कष्ट हो रहा होगा। माहरा ने कहा कि आन्दोलनकारियों ने पृथक पहाडी राज्य की मांग इसलिए की ताकि उत्तराखण्ड के जल, जंगल, जमीन और संशाधनों पर यहां जनता को पहला हक हो लेकिन आज सत्ता में बैठे लोगों को गरीब, बेरोजगारों और जनता की कोई परवाह नहीं है।
उन्होंने कहा कि खटीमा, मसूरी मुज्ज्फरनगर कांड के हत्यारों को दंडित करने के बजाय उन्हें पदोन्नत किया गया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की राजधानी गैरसैंण न बनाया जाना राज्य में हताशा और आक्रोश का कारण बन गया है। माहरा ंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने आन्दोलकारियों को पेंशन, सरकारी नौकरियों में आरक्षण का प्रावधान किया था, परन्तु उच्चतम न्यायालय में भाजपा सरकार के वकीलों की फौज होने के बावजूद कमजोर पैरवी की वजह से न्यायालय द्वारा उस कोटे का समाप्त कर दिया।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी जी की माता जी के आकस्मिक निधन पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने गहरा दुःख प्रकट करते हुए उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्वांजलि दी। इस दःुखद घटना पर कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष सहित बडी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दो मिनट का मौन रखकर दिवगंत आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की।
शोकसभा में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी, महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, बद्रीनाथ के विधायक राजेन्द्र सिंह भण्डारी, मीडिया प्रभारी पी. के. अग्रवाल, मुख्य प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी, महामंत्री नवीन जोशी, राजेन्द्र शाह, महानगर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ0 जसविन्दर सिंह गोगी, मोहित उनियाल, लाखीराम बिज्लवाण, मनीष नागपाल, मोहन काला, शिशपाल सिंह बिष्ट, शैलेन्द्र करगेती, शरीफ अहमद बेग, आदि उपस्थित थे।