महेंद्र बने उत्तराखंड भाजपा के अध्यक्ष : मदान कौशिक की छुट्टी
-उषा रावत-
देहरादून, 30 जुलाई । भाजपा आला कमान ने आखिरकार उत्तराखंड में पार्टी संगठन का नेतृत्व बदल ही दिया। आज शुक्रवार को मदन कौशिक की जगह बद्रीनाथ के पूर्व विधायक महेंद्र भट्ट को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करने का फरमान दिल्ली से जारी हुआ है। कौशिक को हटाने की अटकलें पिछले विधान सभा चुनाव से लगने लगी थी। इसी प्रकार नए अध्यक्ष पद के लिए चल रहे नामों में महेंद्र भट्ट का नाम जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों के कारण आगे चल रहा था।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आज महेन्द्र भट्ट के नाम नियुक्ति पत्र जारी कर विधान सभा चुनावों से प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर चली आ रही अटकलों को विराम दे दिया। निवर्तमान अध्यक्ष मदन कौशिक पर हरिद्वार के ही दो भाजपा प्रत्याशियों द्वारा भितरघात का आरोप लगाया गया था। यही नहीं, प्रदेश में अन्य भागों में भाजपा की लहर चली वहीं अध्यक्ष मदन कौशिक के गृह जनपद में पार्टी ने आसान गढ़ भी गंवाए।
मदन कौशिक हरिद्वार के बाहर और खास कर पहाड़ में अपनी ग्राह्यता नहीं बना पाए। उनका बड़बोलापन और अहंकारी व्यवहार भी उनकी विदाई का कारण बना।
महेंद्र भट्ट अपेक्षतया युवा होने के साथ ही जातीय और क्षेत्रीय समीकरण के हिसाब से इस पद के लिये फिट बैठे। चूँकि मुख्यमंत्री पद पर कुमाऊं के ठाकुर पुष्कर सिंह धामी को बिठा दिया गया था। इसलिए पूर्व से चली आ रही परंपरानुसार अध्यक्ष पद गढ़वाल के ब्राह्मण को मिलना था। महेंद्र भट्ट एक तेज तर्रार युवा नेता होने के साथ ही भाजपा की राजनीतिक जरूरत के अनुसार हिंदुत्व की चिंगारियां छोड़ने वाले नेता भी थे। वह एक समुदाय विशेष के बारे में मुहिम छेड़ने के लिये भी चर्चाओं में रहे। हालांकि उन्हें अपनी इस मुहिम का लाभ विधान सभा चुनाव में नहीं मिला और वह अपने पुराने प्रतिद्वंदी राजेन्द्र भंडारी से हार गए। भाजपा का मुस्लिम यूनिवर्सिटी का मुलम्मा भी भट्ट के काम न आ सका।
महेंद्र भट्ट मूल रूप से चमोली जिले के पोखरी ब्लॉक के निवासी हैं और ऋषिकेश में सेटल हो गए हैं। उनके सामने अब 2024 के लोक सभा चुनाव में पार्टी को जिताने की चुनौती है।