किसानों के आगे झुकी मोदी सरकार, तीनों कृषि कानून वापस लेने का ऐलान
नयी दिल्ली , 19 नवंबर (उ हि ) । पीएम मोदी (PM Modi) आज सुबह 9:00 बजे राष्ट्र को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने बड़ी घोषणा की है। गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व पर बधाई देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 80 फीसद के साथ छोटे है। उनकी परेशानी सरकार की परेशानी है, जिसके बाद किसानों के लिए पीएम मोदी ने बड़ी घोषणा की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सुबह 9 बजे राष्ट्र को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने एक बड़े फैसले में तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि उनकी कैबिनेट अगले महीने फैसला लेगी। पीएम मोदी ने शुक्रवार को कहा आने वाले संसद सत्र में हम इन कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए संवैधानिक उपाय करेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रदर्शन कर रहे किसानों से अपना आंदोलन खत्म करने और अपने घरों को लौटने की अपील की।
तीन कानून किसानों के हित में थे, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद हम किसानों के एक वर्ग को नहीं समझा सके। पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा की। पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान कहा, “आज मैं सभी को बताना चाहता हूं कि हमने तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला किया है।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि किसानों को उनकी मेहनत के लिए सही राशि मिले, कई कदम उठाए गए। हमने ग्रामीण बुनियादी ढांचे के बाजार को मजबूत किया। हमने न केवल एमएसपी बढ़ाया बल्कि रिकॉर्ड सरकारी खरीद केंद्र भी स्थापित किए। हमारी सरकार द्वारा खरीद ने पिछले कई दशकों का रिकॉर्ड तोड़ा
राकेश टिकैत ने कहा
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राकेश टिकैत ने कहा है कि आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा. उन्होंने कहा है कि हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा राकेश टिकैत ने साथ ही ये भी साफ किया है कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के साथ-साथ किसानों से संबंधित दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करे. उन्होंने साफ कहा कि अभी तो बस ऐलान हुआ है. हम संसद से कानूनों की वापसी होने तक इंतजार करेंगे. राकेश टिकैत ने साथ ही ये भी कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य समेत किसानों से जुड़े अन्य मसलों पर भी बातचीत का रास्ता खुलना चाहिए.