कृषि कानूनों को लेकर काग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी से किसानों और देश से माफी मांगने को कहा
देहरादून 19 नवंबर (उ हि ) । उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने तीन काले कृषि कानूनो की वापसी को देश के किसानों की जीत बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश के किसानों व आम जनता से माफी मांगने के साथ ही किसान आन्दोलन के दौरान शहीद हुए किसानों की मौत की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से त्याग पत्र भी देना चाहिए था।
गणेश गोदियाल ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु ने कहा था, ‘‘सब कुछ इंतजार कर सकता है पर खेती नहीं’’। केन्द्र की मोदी सरकार में देश के किसान, खेत और खलिहान के खिलाफ एक घिनौना षडयंत्र रचते हुए देश की कृषि प्रधान देश होने की छबि को धूमिल करने का प्रयास किया। पिछले दो साल से भाजपा नीत सरकार तीन काले कृषि कानूनों के माध्यम से देश की ‘हरित क्रांति’ को हराने की साजिश के साथ ही देश के अन्नदाता व भाग्य विधाता किसान तथा खेत मजदूर की मेहनत को चंद पूंजीपतियों के हाथों गिरवी रखने का षडयंत्र रचती रही है। केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा संसद के दोनों सदनों में संख्याबल के आधार पर संसदीय प्रणाली व प्रजातंत्र को धता बताते हुए किसान विरोधी तीन काले कानून पारित किए गए। देश भर में 62 करोड़ किसान-मजदूर व 250 से अधिक किसान संगठन इन काले कानूनों के खिलाफ लगातार दो साल से आवाज उठाते रहे तथा कई किसानों को अपना सर्वस्व न्यौछावर करना पड़ा। सरकार द्वारा अन्नदाता किसान की बात सुनना तो दूर, संसद में उनके नुमाईंदो की आवाज को दबाने तथा द्वारा सत्ता के बल पर सड़क पर आन्दोलनरत किसानों को गाडी से कुचल कर निर्मम हत्या जैसे जघन्य अपराध किये गये।
गणेश गोदियाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सहित सभी विपक्षी दल सडक से लेकर सदन तक लगातार किसानों की आवाज उठाते रहे परन्तु केन्द्र की मोदी सरकार अपने कुछ औद्योगिक घरानों के मित्रों को लाभ पहुंचाने की नीयत से किसानों के साथ-साथ विपक्ष की आवाज को दबाने का काम करते रहे। उन्होंने कृषि काननों की वापसी को देश के अन्नदाता की जीत बताते हुए किसानों के आन्दोलन में सहयोग व समर्थन के लिए कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सानिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष श्री राहुल गांधी, राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा एवं नेतृत्व का आभार व्यक्त किया है।
प्रदेश महामंत्री संगठन एवं वरिष्ठ प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी ने कहा कि मोदी सरकार में देश का नौजवान और किसान अपने अधिकारों के लिए सड़कों पर है तथा गरीब जनता भाजपा शासन में सबसे अधिक मायूस है। किसान विरोधी तीनों काले कानूनों का विरोध कर रहे किसानों पर मोदी सरकार के केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री के पुत्र द्वारा गाडी चढाकर किसानों की जघन्य हत्याकाण्ड की घटना मोदी सरकार की हिटलरशाही को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि देश में भाजपा ने किसान आन्दोलन में जिस दमनकारी नीति का परिचय देकर सत्ता के बल पर आन्दोलन को कुचलने का काम किया उसके लिए देश की जनता व देश का अन्नदाता उन्हें कभी माॅफ नहीं करेगा।