समुदाय विशेष के लोगों के पलायन के कारण गौचर मेले में अधिकांश दुकानें खाली
– दिग्पाल गुसाईं की रिपोर्ट –
गौचर, 16 नवंबर। गौचर औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले के दूसरे दिन दिनभर निरसता बनी रही। शाम होते होते स्थानीय लोगों की हल्की फुल्की भीड़ से कुछ हद तक रौनक देखने को मिली। मेले में कृषि व उद्यान विभाग व वन विभाग के स्टाल आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन से शुरू हुए गौचर मेले का शुभारंभ इस बार भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हाथों करवाया गया था। कारण जो भी रहा हो उद्घाटन अवसर पर भी अपेक्षाकृत भीड़ नहीं जुट पाई थी।
इस मेले में अधिकांश दुकानें खाली रहना भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। इस मेले में समुदाय विशेष के लोगों की काफी भागीदारी रहती थी। लेकिन पिछले दिनों दो समुदायों के बीच हुए विवाद की भी इन लोगों की भागीदारी नगण्य को भी कारण माना जा रहा है । समुदाय विशेष के लोगों का गौचर से पलायन का सिलसिला आज भी जारी है।
मेले में कई विभागीय स्टाल भी खाली पड़े हैं। बावजूद इसके उद्यान व वन विभाग के स्टाल जहां लोगों को पर्यावरण व कास्तकारी के प्रति जागरूक कर रहे हैं। वहीं आकर्षण का केंद्र भी बने हुए हैं।
पशुपालन विभाग भी लोगों को विभाग से संबंधित जानकारी दे रहा है। दिन के कार्यक्रमो में वन विभाग के अलावा पर्यावरण पर आधारित गोष्ठी के माध्यम से लोगों को महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।
इसके पश्चात लाटू देवता सांस्कृतिक कला मंच, मां नंदा रामलीला मांगल योग समिति गौचर, विनीता नेगी घाट,बद्री विशाल सांस्कृतिक क्लव जोशीमठ,कलम क्रांति साहित्य मंच गोपेश्वर,धन लोक कला मंच गोपेश्वर द्वारा कवि सम्मेलन आयोजित किए गए।