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टीएमयू के पोषण मेले में हुनर का जलवा

ख़ास बातें

  • वीसी, रजिस्ट्रार, एसोसिएट डीन ने बढ़ाया होनहारों का हौंसला
  • वीसी प्रो. रघुवीर सिंह बोले, पोषण मेला शिक्षा का असल मानक
  • को-करीकुलम एक्टिविटीज बनाती हैं प्रोफेशनलः डॉ. आदित्य
  • एसोसिएट डीन डॉ. मंजुला ने की स्टुडेंट्स के हुनर की तारीफ
  • पोषण मेलों से स्टुडेंट्स का सर्वांगीण विकासः प्रो. एमपी सिंह

 

–प्रो. श्याम सुंदर भाटिया

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर साइंसेज की ओर से तीन दिनी पोषण मेले में अपने हुनर का जलवा बिखेरा। पोस्टर प्रतियोगिता में मुस्कान, प्राची और वत्सल यादव टॉप थ्री रहे। पोस्टर मेकिंग की थीम हम फिट तो इंडिया फिट थी। हेल्थी फ़ूड: दी इम्पैक्ट ऑफ़ वेजीटेरियन डाइट पर हुई निबंध प्रतियोगिता में आदर्श केसरी, अविनाश कुमार पाठक और युवराज सिंह ने बाजी मारी। फोटोग्राफी में दानिश, प्रतीक और दिशा ने अव्वल रहे जबकि तूलिका और निहारिका ने क्राफ्ट प्रतियोगिता में अपने हुनर का लोहा मनवाया। बतौर मुख्य अतिथि टीएमयू के कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह ने मेले को शिक्षा का असल मानक बताते कहा, शिक्षा का असल महत्व तभी है, जब हम उसे अपने व्यवहार में उतारते हैं। पोषण मेले में विद्यार्थियों ने जिस कुशलता से विभिन्न भाग लिया है, यही सही लर्निंग है। प्रो. सिंह स्टुडेंट्स की ओर से आयोजित एग्रीकल्चर कॉलेज के फ़ूड प्रोसेसिंग एक्सपीरिएंशियल लर्निंग प्रोग्राम के पोषण मेले में बोल रहे थे।

इससे पहले टीएमयू के कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह, कुलसचिव डॉ. आदित्य शर्मा, एसोसिएट डीन प्रो. मंजुला जैन, निदेशक छात्र कल्याण प्रो. एमपी सिंह और कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेज की सीनियर फैकल्टी डॉ. धीर सिंह ने मां सरस्वती के समक्ष संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके पोषण मेले का शुभारम्भ किया। पोषण मेले के अंतिम दिन कुकिंग प्रतियोगिता में लेमन राइस और बीटरुट हलवा के लिए संब्रान्ति और आमिर सोहेल को प्रथम, रागी माल्ट के लिए डी. अरुण कुमार और डी. नवनीत को सेकेंड और क्रीमी फिंगर्स के लिए विराज मालिक और माणिक राज को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। कुकिंग प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में मेडिकल कॉलेज की प्राचार्या प्रो. श्यामोली दत्ता, पैथोलॉजी की एचओडी प्रो. सीमा अवस्थी और कुकिंग एक्सपर्टी श्रीमती गुरमीत कौर शामिल रहीं।

टीएमयू के रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा ने प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा, टीएमयू के एग्रीकल्चर स्टुडेंट्स डिग्री के साथ को-करीकुलम एक्टिविटीज के बूते ही एग्रीकल्चर प्रोफेशनल बनकर निकलते हैं। टीएमयू की एसोसिएट डीन डॉ. मंजुला जैन ने स्टुडेंट्स के हुनर की तारीफ की। निदेशक छात्र कल्याण प्रो. एमपी सिंह ने भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम करने के लिए प्रेरित किया। साथ ही बोले, इससे छात्र-छात्राओं का सर्वांगीण विकास होता है और वे जॉब के लिए दूसरों पर निर्भर न रहकर खुद का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं। सीनियर फैकल्टी डॉ. धीर सिंह ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

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