करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों की आस्था के प्रतीक , भारत के युवाओं के भगवान सचिन तेंदुलकर की भी विदेशों में अघोषित संपत्ति
Pandora papers: दुनिया के कुछ सबसे अमीर और शक्तिशाली लोग जितने अमीर दिखते हैं, कई बार उनकी संपत्ति उससे भी कहीं ज्यादा होती है. फर्क सिर्फ इतना है कि यह संपत्ति छिपी हुई होती है और इसकी जानकारी कुछ लोगों के अलावा किसी को नहीं होती. लेकिन ऐसी संपत्तियों का जब खुलासा होता है तो दुनिया देखती रह जाती है. गुप्त सौदों और छिपी हुई संपत्ति का ऐसा ही एक खुलासा पंडोरा पेपर्स (Pandora Papers) में हुआ है, जो अमीरों और शक्तिशाली लोगों से जुड़ा बहुत बड़ा खुलासा है.
पंडोरा पेपर्स में 11.9 मीलियन यानी 1.19 करोड़ फाइलों के इस लीक में पनामा, दुबई, मोनाको, स्वीटजरलैंड और केमन आइलैंड जैसी टैक्स हेवन माने जाने वाले स्थानों पर ट्रस्ट और कंपनियां बनाने के दस्तावेज हैं. इसमें दुनिया के 35 राजनेताओं के नाम का जिक्र है, जिसमें मौजूदा दौर में सत्ता पर काबिज और पूर्व सत्तासीन नेता भी शामिल हैं. इसके अलावा उद्योगपतियों और कई अन्य हस्तियों के नाम भी इस लिस्ट में हैं. हालांकि, एक सच यह भी है कि पंडोरा पेपर्स में जिन लोगों का नाम है उन सभी ने गलत काम किया हो यह जरूरी नहीं है. देश के एक प्रमुख अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने पंडोरा पेपर्स से संबंधित खुलासे को विस्तार से छापा है
- सचिन तेंदुलकर –क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का नाम भी पंडोरा पेपर्स में सामने आया है. बता दें कि सचिन तेंदुलकर राज्यसभा के सदस्य हैं और खेल जगत में उनका नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है. फिलहाल वह आईपीएल में मुंबई इंडियन्स टीम के साथ जुड़े हुए हैं. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार इन पेपर्स में सचिन के साथ उनकी पत्नी अंजली तेंदुलकर, ससुर आनंद मेहता का भी नाम है.
- अनिल अंबानी –देश के मशहूर उद्योगपति और रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी (Anil Ambani) का नाम भी इन पेपर्स में है. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार अनिल अंबानी और उनके प्रतिनिधियों की जर्सी, ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड्स और साइप्रस में 18 ऑफशोर कंपनियां हैं. यह सभी कंपनियां 2007 से 2010 के बीच बनी हैं, जिनमें से 7 कंपनियों ने कर्ज लिया और3 बिलियन डॉलर (9648 करोड़ रुपये से ज्यादा) का निवेश किया.
- किरन मजूमदार शॉ के पति–इसी साल जुलाई में सेबी ने एलेर्गो कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड और इसके सबसे ज्यादा शेयरधारक कुनाल अशोक कश्यप पर अगले एक साल तक शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने से रोक लगा दी थी. कुनाल पर गलत तरीके से साढ़े तीन साल में 12 फीसद के ब्याज के साथ68 लाख रुपये कमाने के बाद यह कार्रवाई की गई थी. इसके अलावा बायोकॉन लिमिटेड के शेयरों में अंदरूनी व्यापार के लिए भी प्रत्येक पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था. उस समय सेबी को यह जानकारी नहीं थी कि कुनाल कश्यप जुलाई 2015 में मॉरिशस में बनी ग्लेनटेक इंटरनेशनल द्वारा बनाए गए डीनस्टोन ट्रस्ट के सेटलर हैं. ग्लेनटेक के 99 फीसद शेयर मैक्कलुम मार्शल शॉ के पास हैं और इस कंपनी के पास बायोकॉन के शेयर हैं. बता दें कि मैक्कलुम मार्शल शॉ एक ब्रिटिश सिटिजन हैं और 7630 करोड़ की बायोटेक्नोलॉजी इंटरप्राइज बायोकॉन लिमिटेट की एग्जक्यूटिव चेयरपर्सन किरन मजूमदार शॉ के पति हैं.
- नीरव मोदी –नीरव मोदी के बारे में कौन नहीं जानता. बैकों के करोड़ों रुपये लेकर देश से फरार हुए हीरा व्यापारी नीरव मोदी का नाम भी पंडोरा पेपर में दर्ज है. जनवरी 2018 में देश छोड़कर भागने से एक महीने पहले ही नीरव मोदी की बहन पूर्वी मोदी ने ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड्स में एक कंपनी बनाई थी. इस कंपनी को ट्राइडेंट ट्रस्ट कंपनी, सिंगापुर के जरिए बनाई गई थी. इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार ब्रुकटोन मैनेजमेंट लिमिटेड को दिसंबर 2017 में बनाया गया था.
- इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार पंडोरा पेपर्स में 300 भारतीयों के नाम दर्ज हैं. कम से कम 60 प्रमुख हस्तियों और कंपनियों के ऑफसोर होल्डिंग्स की जांच की गई है. आने वाले समय में और अधिक नामों की खुलासा होने की उम्मीद है. (इंडियन एक्सप्रेस से सूचना एवं चित्र साभार, Input and picture from The indian Express with thanks )