बद्रीनाथ राष्ट्रीय राज मार्ग के खचड़ा नाले पर बने पुल पर आवाजाही शुरू न होने से जान जोखिम में डाल कर पार हो रहे तीर्थ यात्री
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-प्रकाश कपरूवाण की रिपोर्ट –
जोशीमठ, 29जुलाई। बद्रीनाथ राष्ट्रीय राज मार्ग पर लामबगड़ के समीप खचड़ा नाले पर मोटर पुल का निर्माण तो कर लिया गया,लेकिन उस पुल से वाहनों की आवाजाही शुरू नहीं हो सकी, नतीजन तीर्थयात्रियों को जान जोखिम मे डालकर दलदल वाले तथा पत्थरों की वर्षात वाले मार्ग से ही आवागन करना पड़ रहा है, और इस स्थान पर कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता।
दरसअल बद्रीनाथ हाइवे पर लामबगड़ की तरह खचड़ा नाला भी नासूर बनते जा रहा था, तब इससे निजात पाने के लिए उस स्थान के पास ही मोटर पुल का निर्माण किया गया,पुल बनकर तैयार हो चुका है लेकिन यात्री वाहनों की आवाजाही इस पुल से शुरू नहीं हो पा रही।
खचड़ा नाला आए दिन हल्की बारिश मे भी अवरुद्ध हो रहा है,पुल निर्मित हो जाने के बाद भी यात्री वाहन सड़क खुलने के लिए घण्टों प्रतीक्षा करने को विवश हैं।
बदरी-केदार मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार व अन्य जनप्रतिनिधि कई बार बीआरओ व शासन-प्रशासन से नव निर्मित पुल से यातायात शुरू कराने का आग्रह कर चुके हैं उसके बावजूद भी पुल से आवाजाही शुरू नहीं हो सकी।
बीती 25 जून को बीआरओ की 75सड़क निर्माण कंपनी की कमान अधिकारी मेजर आइना ने स्पष्ट किया था दो हफ़्तों मे पुल से आवाजाही शुरू कर दी जाएगी लेकिन अब जुलाई का महीना भी समाप्ति पर है और पुल से यातायात शुरू नहीं हो सका।
निर्मित पुल से आवाजाही शुरू नहीं होने से तीर्थयात्रियों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, शनिवार को भी खचड़ा नाले से बोल्डर व दलदल आने से दोपहर तक बद्रीनाथ हाइवे बन्द रहा,यात्री वारिश मे भीगते हुए सड़क खुलने का इंतजार करते रहे लेकिन पुल से आवागमन नहीं कराया गया। ऐसा लग रहा है कि अब किसी बड़ी दुर्घटना के बाद ही पुल वाहनों के लिए खुलेगा।