सड़क की मांग पूरी न होने पर सकंड गांव के लोगों ने नहीं दिये वोट
-गौचर से दिग्पाल गुसाईं –
विकास खंड कर्णप्रयाग के संकंड ग्रामवासियों ने रोड़ नहीं तो वोट नहीं नारे के तहत लोकसभा चुनाव में वोट न देकर सरकार को आईना दिखाने का काम किया है।
दरअसल पिछले कई सालों से खरसाई ग्राम सभा के अंतर्गत सकंड ग्रामवासी सड़क की मांग करते आ रहे हैं। गौचर सिदोली मोटर मार्ग के बौंला बैंड से 10 किलोमीटर दूर सकंड के लिए मात्र तीन किलोमीटर सड़क का निर्माण हुआ है। वर्ष 2016 में बाकी सात किलोमीटर सड़क की स्वीकृति प्रदान की गई थी। लेकिन आज तक मोटर मार्ग का निर्माण न होने से ग्रामीणों को पीठ पर सामान लादकर खड़ी चढ़ाई चढ़कर गांव तक पहुंचना पड़ता है।
बरसात के दिनों में पैदल मार्गों के टूटने से ग्रामीणों की समस्याएं और जटिल हो जाती है। यही वजह है कि अधिकांश सक्षम लोगों ने गांव से पलायन कर दिया है। सकंड ग्राम निवासी बिरेंद्र बिष्ट, देवराज चौधरी, दिगंबर बिष्ट आदि लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण की मांग को लेकर मुख्यमंत्री, विधायक, जिलाधिकारी के अलावा उपजिलाधिकारी कई के बार निवेदन किया गया लेकिन किसी ने भी ग्रामीणों की मांग को गंभीरता से न लेने की वजह से उन्हें लोक सभा व त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के वहिष्कार का निर्णय लेना पड़ा।
इन लोगों का कहना है कि आज 50 से अधिक मतदाताओं ने लोकसभा के चुनाव वहिष्कार पर अडिग रहकर ग्रामीणों ने सरकार को आईना दिखाने का काम किया है। इसके बाद भी सरकार ने उनकी मांगों का संज्ञान नहीं लिया तो इसी प्रकार से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का भी वहिष्कार किया जाएगा।