दिनेश जोशी स्मृति महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या राज्य के प्रमुख गायककारों के नाम रही
–थराली से हरेंद्र बिष्ट—
विकासखंड देवाल के अंतर्गत मेलखेत में आयोजित स्वर्गीय एडवोकेट दिनेश जोशी स्मृति सांस्कृतिक महोत्सव की रात्रिकालीन सांस्कृतिक संध्या राज्य के प्रमुख गायककारों के नाम रही।
इस महोत्सव का उद्घाटन करते हुए देवाल के ब्लाक प्रमुख दर्शन दानू ने कहा कि सांस्कृतिक मंचों के आयोजन का मकसद प्रसिद्ध कलाकारों के साथ ही स्थानीय नवोदित कलाकारों को मंच देना होना चाहिए। देवाल ब्लाक के तेजतर्रार युवा नेता स्व दिनेश जोशी की चौथी पुण्यतिथि पर उनके पैतृक गांव मेलखेत में आयोजित स्मृति सांस्कृतिक संध्या का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर देवाल के प्रमुख दर्शन दानू ने तेजतर्रार स्व जोशी के कार्यों को याद करते हुए कहा कि देवाल क्षेत्र के साथ ही जिस तरह से ज़िले के विकास में अल्प समय में ही उन्होंने काम किया उसे लंबे समय तक याद किया जाता रहेगा।
उन्होंने आने वाले वर्षों में महोत्सव को और भव्य रुप से आयोजित किए जाने के लिए क्षेत्रीय जनता से सहयोग की अपील की।इस मौके पर स्वर्गीय जोशी की धर्मपत्नी अनीता जोशी उनके भाई गणेश जोशी,मदन जोशी, रमेश जोशी, गांव के ग्राम प्रधान उर्वी दत्त जोशी, क्षेपंस जसवंत कुंवर, नलधूरा प्रधान दिलमणी जोशी,वरिष्ठ नेता रूप सिंह कुंवर,अध्यापक जगदीश जोशी आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। जबकि इस अवसर पर देवाल प्रधान संघ अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट, पूर्व अध्यक्ष पुष्कर फर्स्वाण,भाजपा मंडल महामंत्री उमेश मिश्रा, पीसीसी महावीर बिष्ट,किशोर घुनियाल,देवाल व्यापार संघ अध्यक्ष सुरेंद्र रावत,केडी मिश्रा, पूर्व जेष्ठ प्रमुख हरेंद्र कोटेडी, गौरव जोशी,रमेश गड़िया,कलम सिंह बिष्ट सहित सैकड़ों लोग मौजूद थें।
इस अवसर पर जहां प्रसिद्ध लोक गायक प्रदीप बुटोला के द्वारा नंदा तेरी जात कैलाश लिजूला सजधजी की….,दर्शन फर्स्वाण के द्वारा हे नंदा से गौरा कैलेशौ की जात… पर जहां उपस्थित जनसमूह झूम उठा,वही कुमाऊं के लोक गायक कुंदन सिंह कोरंगा के गीत हेमा हियू पडों डांडो गैल भनार…, सुनील कोठियाल के द्वारा तेरी खुट्टी में लागली कुत्काली…,किरन आर्या की मोहना तूं किले गेंछे मैं तो छोड़ भाबर… गीतों की प्रस्तुति पर जम कर थिरके। इसके अलावा प्रसिद्ध रंगकर्मी किशन दानू के द्वारा प्रस्तुत गीतों, नाटकों को भी लोगों ने खूब सराहा। कार्यक्रम का संचालन चोटिंग के पूर्व क्षेपंस रमेश गड़िया ने किया।