गौचर मेले की पांचवी सांकृतिक संध्या प्रीतम भरतवाण के नम रही
–गौचर से दिगपाल गुसाईं –
मेले की पांचवी सांकृतिक संध्या प्रसिद्ध जागर गायक प्रीतम भरतवाण के नाम रही। उन्होंने अपने जागरों व गीतों के माध्यम से दर्शकों को मत्रं मुग्ध किया।
प्रीतम भरतवाण ने अपने कार्यक्रम की शुरुआत देवी देवताओं के जागीरों से की। इसके पश्चात उन्होंने पहाड़ी संस्कृति पर आधारित लोक गीतों व लोकनृत्यों के माध्यम से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।कई बार कार्यक्रम में व्यवधान पैदा होने पर दर्शकों ने नाराज़गी भी जाहिर की।इस सांस्कृतिक संध्या की शुरुवात पौड़ी गढ़वाल के सांसद तीरथ सिंह रावत ने दीप प्रज्वलित कर किया।उन्होंने कहा कि मेले हमारी सांस्कृतिक विरासत हैं।और हमारे आपसी सौहार्द एवं मिलन के केन्द्र हैं। गौचर मेला हमारा ऐतिहासिक मेला है। उन्होंने जिला प्रशासन सहित सभी को गौचर मेले हार्दिक शुभकामनाए भी दी ।इससे पूर्व हिमालयन कल्चर समिति मुन्दोली,मां राज राजेश्वरी कला संगम उत्तरकाशी व न भी अपने कार्यक्रमों से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।