गढ़वाल के 41 गढ़ : सत्ता विरोधी हवा की चपेट में सत्ताधारी
कभी 52 गढ़ों का देश रहा गढ़वाल अब लोकतांत्रिक भारत में भले ही 41 गढ़ों का प्रदेश रहा गया है, फिर भी देहरादून की सत्ता की असली चाभी इन्हीं 41 गढ़ों के पास है। इन 41 में 34 गढ़ों पर पिछले विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का कब्जा हुआ था जबकि बहुमत के लिये केवल 36 सीटों की जरूरत होती है। लेकिन इस बार अपने कुशासन, अहंकार, महंगाई, बरोजगारी, भ्रष्टाचार और प्रदेशवासियों की हर बार नये सत्ताधारियों की चाह के कारण भाजपा को अपने जीते हुये गढ़ बचाने के लिये दिन में तारे देखने पड़ रहे हैं। अपने गढ़ बचाने के लिये भाजपा ने अपने कुछ गढ़पतियों के टिकट काट तो दिये फिर भी सत्ता विरोधी हवा के आगे की जा रही किलेबंदी हवाहवाई ही नजर आ रही है। इस चुनाव में साम्प्रदायिक जहर फैलाने का प्रयास भी किया जा रहा है जिससे प्रदेशवासियों को सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि नफरत विनाश की ओर ही ले जाती है।