विधिक जागरूकता शिविर में सीनियर सिविल जज सिमरनजीत कौर ने पढ़ाया कानून का पाठ
गोपेश्वर, 23 अप्रैल (गुसाईं) । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से पीस पब्लिक स्कूल गोपेश्वर में नशा उन्मूलन, साइबर क्राइम एवं लैगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम पर छात्र – छात्राओं के साथ विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर को सम्बोधित करते हुए सीनियर सिविल जज एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सिमरनजीत कौर ने कहा कि बच्चों के साथ होने वाली छेड़खानी, दुर्व्यवहार एवं यौन शौषण के लिए दोषी को 20 वर्ष तक की सजा का प्राविधान है। उन्होंने कहा कि अधिनियिम में बच्चों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार को विस्तार से परिभाषित किया गया है। साथ ही उन्होंने लैंगिक हमलों के प्रकारों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने अधिनियम के क्रियान्वयन की माॅनीटरिंग, नियम बनाने की शक्तियों, बच्चों की देखरेख एवं संरक्षण, प्रतिकर आदि पर जानकारी दी। उन्होंने नशा उन्मूलन, साइबर क्राइम की वैधानिक जानकारी से भी बच्चों को रूबरू कराया। इसके साथ ही उन्होंने हिमाद समिति के कार्यों एवं दस्तावेजों का निरीक्षण भी किया।
इस अवसर पर हिमाद के सचिव एवं पैरा लीगल स्वयंसेवक उमाशंकर बिष्ट ने कहा कि विधिक सेवाएं क्या हैं, निःशुल्क विधिक सेवा प्राप्त करने हेतु पात्र व्यक्तियों का ब्यौरा राष्ट्रीय, राज्य, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं तहसील विधिक सेवा समिति के कार्यों एवं भूमिका से प्रतिभागियों को अवगत कराया।
शिविर में ईको लैब एवं हिमाद की समन्वयक प्रभा रावत ने कहा कि बाल अधिकारों की चर्चा करते हुए कहा कि बच्चों के सर्वांगींण विकास के हेतु वैज्ञानिक सोच को विकसित करने की जरूरत है। इसके लिए ईको लैब के माध्यम से बच्चों को पानी एवं मृदा की जाॅंच, टैलीस्कोप, पेरीस्कोप, दूरबीन, वाॅंकी टाॅंकी, वाइल्ड लाइफ कैमरा, माइक्रोस्कोप आदि उपकरणों की जानकारी से अवगत कराया गया। साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए छात्र – छात्राओं को प्रेरित किया गया। उन्होंने विकास के अधिकार के साथ ही मिशन वात्सल्य योजना की भी विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष हेमलता भट्ट ने छात्र – छात्राओं को स्पान्सरशिप फोस्टर केयर योजना की जानकारी के साथ ही जरूरतमन्द बच्चों के देखरेख एवं संरक्षण के लिए जिला बाल कल्याण समिति की भूमिका एवं जिम्मेदारियों से रूबरू किया ।
शिविर में पीएचडी रिसर्चर आरजेएफ चौहान एवं बीरेंन्द्र माथुर ने पर्यावरण संरक्षण के अपने अनुभवों को साझा करते हुए पारिस्थितिकीय तंत्र को संरक्षित करने के लिए समुदाय की पहल पर जोर दिया।
शिविर में पीस पब्लिक स्कूल के प्रबन्धक सतेंन्द्र परमार ने कहा कि बच्चों के समग्र विकास के लिए विधिक साक्षरता शिविर महत्वपूर्ण पहलू हैं। इस प्रकार के कार्यक्रमों से छात्र – छात्राओं में रचनात्मक सोच का विकास होता है।
शिविर में नीलम डिमरी, अरविन्द सिंह, शरद भूषण सिंह, रुचि भण्डारी, छवि मिश्रा, अनूप पंवार, संतोष बिष्ट, गंगादत्त जोशी, हिमाद के पंकज पुरोहित, विधिक सेवा प्राधिकरण के नरेश नेगी आदि मौजूद रहे शिविर का संचालन पीस स्कूल की समन्वयक शशि देवली द्वारा किया गया।