लाटू मंदिर के कपाट खुलने के बाद पिंडर घाटी में बारिस की फुआरों को भक्त जनों ने दैवी चमत्कार माना
-रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट-
इसे इत्तफाक कहें या देव कृपा कि पिछले लंबे समय से बारिश के लिए छटपटा रहें पिंडर क्षेत्र के लोगों को बारिश की फूहार से राहत मिली है। मंगलवार को दोपहर 12.30 के करीब प्रसिद्ध वांण स्थित लाटू मंदिर के कपाट खुलने के बाद से पिंडर घाटी के अधिकांश क्षेत्र में बादल उमड़ने लगे।
जबकि वांण गांव सहित आसपास के क्षेत्रों में 11.30 बजें बूंदाबांदी होने लगी और पौने एक बजे के आसपास वांण गांव सहित आसपास के क्षेत्रों में देवताओं के नाचते समय झमाझम बारिश होने लगी, इसके बाद पिंडर घाटी के निचले हिस्सों में भी पर भी 3.30 बजे बाद झमाझम बारिश हुई जिससे जहां एक ओर जंगलों में लगी आग बूझ गई,वही खेती के लिए भी हुई बारिश लाभदायक होगी जिससे लंबे समय से बारिश के लिए तरस रहे किसानों के चेहरे खिल उठे हैं।
मंगलवार को हुई झमाझम बारिश से तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की गई। आज ही लाटू देवता के कपाट खुलने के बाद क्षेत्र में हुई झमाझम बारिश को लाटू भक्त लाटू की कृपा मान रहे हैं।
हाट कल्याणकारी वार्ड से जिला पंचायत सदस्य एवं वांण गांव निवासी कृष्णा बिष्ट बताते हैं कि जब भी क्षेत्र में बारिश नही होती हैं अथवा अधिक बारिश होती हैं तो वांण सहित आसपास के गांव के लोग लाटू मंदिर वांण जा कर मनौतियां मनाते हैं तो श्रद्धालुओं के अनुकूल मौसम परिवर्तित होता है। वें इस क्षेत्र पर लाटू देवता की बढ़ी कृपा बताते हैं।