सीमावर्ती गांव के विकास के लिए विभिन्न विभागों की बैठक हुयी आयोजित
गोपेश्वर, 11 दिसम्बर ( गुसाईं )।सीमावर्ती गांव के विकास के लिए संचालित वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम (जीवन्त ग्राम योजना) के तहत मुख्य विकास अधिकारी डा.ललित नारायाण मिश्र की अध्यक्षता में संबंधित विभागों की एक बैठक आयोजित हुई। जिसमें योजना के क्रियान्वयन पर चर्चा की गई।
योजना के तहत सीडीओ मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कोडिया, देवलीबगड एवं घिंघराण के जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों से सीधा संवाद कायम किया गया। इस दौरान सीमावर्ती ग्राम पंचायत नीती, मलारी एवं माणा गांव के विकास के लिए कार्ययोजना तैयार करने पर गहनता से चर्चा की गई,इस मौके पर सीमांत गांवों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने एवं उन्हें मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए योजना बना कर उन्हें धरातल पर उतारने के संबंध में सीडीओ ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए।
सीडीओ ने कहा कि सीमांत गांवों के ग्रामीणों को सुविधाएं उपलब्ध कराने पर पलायन को रोका जा सकता हैं। योजना के अंतर्गत सम्लित विभागों को चाहिए कि वें आसपास में समन्वय स्थापित कर योजना को मूर्त रूप देने का प्रयास करें। इस बैठक में परियोजना निदेशक आनंद सिंह ने योजना के क्रियान्वित करने के संबंध में आवश्यक जानकारी दी। अवसर पर मुख्य उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी वीपी मौर्य, सीवीओ डा.प्रलयंकर नाथ, खंड विकास अधिकारी एसएस भण्डारी सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।