Front Page

पुरानी पेंशन बहाली को लेकर चमोली के कर्मचारियों का सैलाब उमड़ा कर्णप्रयाग में

थराली/कर्णप्रयाग से हरेंद्र बिष्ट

राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा उत्तराखंड के आवाह्न पर चमोली जिले की मध्य स्थली कर्णप्रयाग में राज्य भर के कार्मिक ने पुरानी पेंशन बहाली के लिए हुंकार भरी। यहा आयोजित रैली को कर्मचारी नेताओं ने ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि पेंशन बहाली को लेकर आंदोलन लगातार तेज किया जाता रहेगा। और पूरानी पेंशन बहाली तक जारी रखा जाएगा।

 

शनिवार से ही प्रदेशभर के कर्मचारी नेता कर्णप्रयाग में जुटने लगे थे। रविवार को राज्य के कर्मचारियों ने शहर में रैली निकालकर कर पुरानी पेंशन बहाली के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। इसके बाद मध्य मुख्य बाजार में एक सभा का आयोजन किया गया इस मौके पर मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत ने कहा आने वाले समय में केंद्र सरकार को पुरानी पेंशन बहाली के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेना ही पड़ेगा। कई राज्यों ने अपने कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन बहाल कर दी है।

उत्तराखंड के कार्मिक भी लंबे समय से पुरानी पेंशन बहाली के लिये आंदोलनरत है, धामी सरकार को चाहिये कि कर्मचारियों के हित में शीघ्र पुरानी पेंशन बहाल करें।मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश प्रसाद बहुगुणा ने कहा कि जब सरकारी कर्मचारियों के बात बुढ़ापे की आती है, तो कार्मिकों को केवल पेंशन का सहारा ही नजर आता है। नई पेंशन स्कीम शिक्षक कर्मचारी के हित में नहीं है। इसके कई दुष्परिणाम देखने को मिल रहे हैं।

मोर्चे के प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि 2005 में पुरानी पेंशन योजना को बंद करके कर्मचारियों के साथ अन्याय किया गया है। अब सरकार को इसमें भूल सुधार कर पुरानी योजना को फिर से बहाल करना चाहिए।


मोर्चे के गढ़वाल मंडल अध्यक्ष जयदीप रावत ने कहा कि चमोली जिला आंदोलन के लिए सदैव अग्रणी रहा हैं।आज की रैली भी एतिहासिक रैलियों में से एक है।मोर्चे के गढ़वाल मंडल महासचिव नरेश कुमार भट्ट ने कहा कि पेंशन हुंकार रैली के माध्यम से राज्य सरकारों एवं केन्द्र सरकार को चेताया जा रहा है, कि जल्दी ही पुरानी पेंशन बहाल नही की गई तों सरकारों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।


चमोली अध्यक्ष पीएस फर्स्वाण ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए आंदोलन की मशाल आज चमोली से जलायी जा चुकी हैं और यह मशाल परिणाम हासिल होने तक जलती रहेगी। रैली का संचालन अवधेश सेमवाल, सतीश कुमार ने संयुक्त रूप से किया।

इस रैली में राजकीय शिक्षक संघ गढ़वाल मंडल के संरक्षक शिव सिंह नेगी, विक्रम झिंक्वान ,प्राथमिक शिक्षक संघ के राम सिंह चौहान, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजकीय शिक्षक संघ अनिल बडोनी, पूर्व प्रदेश नोप्रुफ उत्तराखंड के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कपिल पांडे , माध्यमिक शिक्षक संघ चमोली के दिग्पाल गाड़िया, कमलेश मिश्रा, मक्खन लाल शाह , सुभाष देवलियाल, आंनद सिंह जगवाण, मदन मोहन जोशी, आशीष मिश्रा, बलवंत असवाल, सुधीर कुंवर, शंकर भट्ट, रश्मि गौड़, गीता रानी , ज्योति नौटियाल, अनिता डिमरी,कमला बिष्ट उमा लोहानी, प्रेमा रावत, सीमा पुंडीर आदि ने विचार व्यक्त किए। शिक्षकों एवं कर्मचारियों को संख्या को देखते हुए मोर्चे की आज की रैली को ऐतिहासिक बताया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!