रिखणीखाल क्षेत्र में आदमखोर बाघ का आतंक : घसेरी महिला पर घातक हमला
–रिखणीखाल से प्रभुपाल सिंह रावत—
रिखणीखाल प्रखंड के ग्राम बराई में आज 16 मई को सुबह लगभग 9 बजे के आसपास गाँव के ही नजदीक जंगल में घास काटने गयी महिला श्रीमती छुली देवी भारद्वाज पत्नी स्वर्गीय भरोषा नन्द भारद्वाज को अचानक हुए हमले में खूंखार आदमखोर बाघ ने बुरी तरह घायल कर दिया।

ग्रामीणों का कहना है कि वह भयानक जानकर था ऐसा मालूम पड़ता है कि वह शेर की प्रजाति का था लेकिन इस इलाके में शेर अभी तक देखा नहीं गया जिसकी सम्भावना कम ही लगती है।आशंका जताई जा रही है कि वह बाघ और शेर की मिश्रित जाति का था जिसे आम भाषा में चरक भी कहते हैं।भारी भरकम शरीर का बताया गया है जो कि काफी खतरनाक व खूंखार होता है।

श्रीमती छुली देवी भारद्वाज का परिवार मूल रूप से पास के ही इलाके ग्राम खुबाणी का है लेकिन विगत कुछ सालों से ग्राम बराई में ही रहते हैं।उनका मायका ग्राम ल्वीठा में है।
महिला को उपचार के लिए राजकीय संयुक्त चिकित्सालय कोटद्वार ले जाया गया है।वन विभाग के कर्मचारी भी मौके पर पहुंच गये हैं तथा घटना की जानकारी ले रहे हैं।
इस क्षेत्र में जंगली जानवरों बाघराजू सूअर आदि जंगली जानवरों का आतंक आम घटना हो गई है।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रिखणीखाल घटनास्थल से लगभग पच्चीस तीस किलोमीटर की दूरी पर है लेकिन स्वास्थ्य सेवाओं व संसाधनों के अभाव में उत्तम पैमाने पर उपचार नहीं हो पाता तथा लोग बाहर ले जाना ही अच्छा समझते हैं।
क्या सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अपनी घोषणाओं के अनुसार इस स्वास्थ्य केन्द्र की दशा व दिशा को सुधार पाने में सफल होंगे?